नसबंदी के दौरान कुत्ते की मौत, मालिक ने लगाया आरोप तो पुलिस ने कब्र खोदकर निकलवाई लाश

रीवा के वेटनरी अस्पताल में बीते दिनों एक कुत्ते की उस वक्त मौत हो गई, जब डॉक्टर उसकी नसबंदी कर रहे थे. कुत्ते के मालिक का कहना है कि मेरा कुत्ता पूरी तरह से स्वस्थ था.

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रीवा में कुत्ते की मौत का मामला बढ़ा

रीवा : मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक कुत्ते की मौत ने वेटरनरी अस्पताल को कटघरे में खड़ा कर दिया है. यहां पर नसबंदी के दौरान एक कुत्ते की मौत हो गई. कुत्ते के मालिक ने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही से मेरे कुत्ते की जान गई है. कुत्ते के मालिक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है. शिकायत के बाद पुलिस ने कब्र से एक बार फिर कुत्ते के शव को बाहर निकाला है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

क्या है मामला?
रीवा के वेटनरी अस्पताल में बीते दिनों एक कुत्ते की उस वक्त मौत हो गई, जब डॉक्टर उसकी नसबंदी कर रहे थे. कुत्ते के मालिक का कहना है कि मेरा कुत्ता पूरी तरह से स्वस्थ था. डॉक्टर ने कुछ दिनों पहले मेरे कुत्ते की तमाम जांचें की थीं और दो-तीन दिन बाद बुलाया था. जब मैं दोबारा गया तो नसबंदी के दौरान मेरे कुत्ते की मौत हो गई. निश्चित रूप से यह डॉक्टर की लापरवाही है. अब डॉक्टर के खिलाफ कुत्ते के मालिक हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना था कि हर 6 महीने में बच्चे हो रहे थे जिस वजह से घर में कुत्ते ज्यादा ही हो गए थे इसलिए उन्होंने कुत्ते की नसबंदी कराने की सोची लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही से कुत्ता मर गया. 

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पुलिस ने कब्र से बाहर निकाला शव
पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.

रीवा में अधिवक्ता के के सिंह ने वेटरनरी अस्पताल में अपने कुत्ते की मौत के बाद उसको घर लाकर दफना दिया. इसके बाद वह रीवा के अमहिया थाना में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे. शिकायत के बाद पुलिस ने कहा कि कुत्ते के शव का पोस्टमार्टम करना पड़ेगा, जिसके चलते कुत्ते को एक बार फिर जमीन से निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया.

अधिवक्ता का कहना है कि उनके पालतू कुत्ते की वेटरनरी अस्पताल के चिकित्सकों ने 'हत्या' कर दी. पुलिस इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें.

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बेटी ने मां को दिया था गिफ्ट
अधिवक्ता के के सिंह का कहना है कि यह कुत्ता उनकी बेटी ने अपनी मां को ऑनलाइन मंगा कर गिफ्ट किया था. बीते चार साल से वह बेटे की तरह उनके साथ था. पूरा परिवार उसे बेटे की तरह प्यार करता था. उनका कुत्ता उनके साथ रहता था, साथ खाता था, साथ सोता था. बीते दिनों नसबंदी कराने के लिए उसे वेटरनरी कॉलेज ले जाया गया था जहां उसकी मौत हो गई. अधिवक्ता का कहना है कि डॉक्टरों की लापरवाही में दवा का ओवरडोज उनके कुत्ते की मौत का कारण हो सकता है. उन्होंने कहा, 'पुलिस जांच करे. दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे.'

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पुलिस ने क्या कहा? 
कुत्ते की मौत का विवाद बढ़ते हुए पुलिस कप्तान तक पहुंच गया है. पहले अस्पताल में कुत्ते मालिक और डॉक्टर के बीच वाद विवाद हुआ था जो बाद में शांत हो गया था क्योंकि कुत्ते के मालिक ने कुत्ते को दफना दिया था. लेकिन बाद में वह अमहिया थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने कुत्ते की लाश को जमीन से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस कप्तान का कहना है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में जो भी निकल कर आएगा, उसके हिसाब से ही कार्रवाई की जाएगी.