गुना में किसान की हत्या का मामला, पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे दिग्विजय सिंह, बोले- कानून-व्यवस्था लचर

गुना जिले में किसान की हत्या (Guna farmer murder case) के बाद Digvijay Singh ने गांव जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और Madhya Pradesh law and order पर सवाल उठाए. उन्होंने BJP कार्यकर्ताओं पर दबंगई और Rajasthan border पर illegal land encroachment का आरोप लगाया.

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Guna Farmer Murder Case: गुना जिले के गणेशपुरा गांव में जमीनी विवाद के चलते किसान की हत्या के मामले ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है. घटना के बाद मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह खुद गांव पहुंचे और मृतक किसान के परिजनों से मिले. उन्होंने इस घटना को प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सीधा सवाल बताया.

दिग्विजय सिंह ने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि ऐसे मामलों में सरकार की पहली जिम्मेदारी पीड़ित को न्याय दिलाने की होती है. उन्होंने परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

गांव में दहशत का माहौल

ग्रामीणों ने सिंह को बताया कि आरोपी परिवार की दबंगई इतनी बढ़ चुकी है कि उनका आतंक पूरे गांव में फैला हुआ है. आधे से ज्यादा लोग अपनी जमीनें बेचना मजबूरी समझ रहे हैं और दूसरे गांवों की ओर पलायन कर रहे हैं.

राजस्थान बॉर्डर पर कब्जे का खुलासा

ग्रामवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि दबंगों ने सीमा पर लगे मप्र के पहचान पोल को खींचकर राजस्थान की ओर धकेल दिया, जिससे मप्र की जमीन को अवैध रूप से राजस्थान क्षेत्र में दिखाया जा रहा है. इस कब्जाई हुई भूमि पर आरोपी अवैध गांजा और शराब का धंधा चला रहे हैं.

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BJP कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि यह सब सच है, तो यह “डबल इंजन” सरकार की सीधी नाकामी है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मांग की कि वे स्वयं यहां आकर देखें कि उनके नाम पर भाजपा कार्यकर्ता किस प्रकार आतंक फैला रहे हैं.

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दिग्विजय का सवाल- राज्य में क़ानून कौन चला रहा?

सिंह ने कहा कि यदि गांवों में लोग अपनी ही जमीन बेचकर भाग रहे हैं तो यह स्पष्ट संकेत है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. उन्होंने सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही.

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