Digital Census India: देश में पहली बार हो रही डिजिटल जनगणना के तहत मध्य प्रदेश ग्वालियर के दो वार्डों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. मोबाइल टेक्नोलॉजी के माध्यम से की जा रही इस जनगणना के पायलट प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने भारत सरकार के उप-रजिस्ट्रार धीरज जैन ग्वालियर पहुंचे. उन्होंने बताया कि यह पायलट प्रोजेक्ट 30 नवंबर 2025 को पूरा होगा. इसके बाद आवश्यकता के अनुसार तकनीकी टूल्स में सुधार किए जाएंगे.
उप-रजिस्ट्रार धीरज जैन ने बताया कि भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना की जा रही है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में नगर निगम के वार्ड क्रमांक 5 और वार्ड क्रमांक 64 में यह पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है और यहां जनगणना कार्य प्रारंभ हो चुका है.
उन्होंने बताया कि यह पूरी जनगणना मोबाइल डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से होगी, जिसके लिए व्यापक स्तर पर परीक्षण किया जा रहा है. जनगणना के लिए प्रगणक फील्ड में उतर चुके हैं. 30 नवंबर को यह प्रोजेक्ट पूरा होगा. इसके बाद डिजिटल टूल्स में यदि सुधार की आवश्यकता महसूस हुई तो उसमें संशोधन किया जाएगा. आने वाली 11 अप्रैल 2026 से पूरे भारत में मकानों की सूचीकरण प्रक्रिया शुरू होगी, जो 30 सितंबर 2026 तक चलेगी.
अधिकारी ने बताया कि जनगणना का दूसरा चरण फरवरी 2027 में होगा, जिसमें घर-घर जाकर सभी निवासियों की गिनती व व्यक्तिगत जानकारी संग्रहित की जाएगी. जनगणना के लिए मैदानी अमला कार्यरत है. आवश्यकता पड़ने पर जिले के कलेक्टर और संभागायुक्त भी फील्ड में उतरेंगे.
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