MP के इस जिले में डायरिया का कहर, एक की गई जान, जिंदगी और मौत से जूझ रहे 19 लोग

Ashoknagar News: अशोकनगर जिले में डायरिया का डर ग्रामीण क्षेत्रों में अभी बरकरार है. शनिवार को मुंगावली के अलग-अलग गांवों से डायरिया के 19 मरीज मिले हैं. वहीं, पठारी चक्क गांव में एक सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
MP के इस जिलें में डायरिया का कहर, एक की गई जान, जिंदगी और मौत से जूझ रहे 19 लोग.

Diarrhea Disease: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (Ashoknagar) जिले में डायरिया (Diarrhea) का कहर जारी है. आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया से ग्रसित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. मुंगावली में शनिवार को एक सात वर्षीय बच्ची की सिविल अस्पताल मौत हो गई, जबकि 19 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इस तरह चार परिवारों के एक दर्जन से अधिक लोगों के बीमार होने की सूचना मिलने पर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का दल गांव पहुंच गया. बता दें, मरीजों का आंकड़ा अभी बढ़ता ही जा रहा है..

साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया

टीम डायरिया प्रभावित परिवार के घरों में पहुंचकर जांच की.

स्वास्थ्य विभाग की टीम डायरिया प्रभावित परिवार के घरों में पहुंचकर जांच की. साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान पता चला कि आदिवासी परिवार हैंडपंप का दूषित पानी पी रहा था, तो टीम ने तुरंत इस हैंडपंप को बंद करवाया. इसके अलावा गांव के सभी हैंडपंपों में क्लोरीन की गोली डलवाई गई. बचाव के लिए ग्रामीणों को ओआरएस के पैकेट भी वितरित किए गए.

मौत के एक दिन बाद गांव पहुंची टीम

अशोकनगर जिले के चार गांव हैजा की चपेट में है, ग्रामीणों के बीच बैठे हुए विभाग के अधिकारी.

इस समय अशोकनगर जिले के चार गांव हैजा की चपेट में हैं. जहां से आए दिन डायरिया के केस आ रहे हैं. लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाए तो स्वास्थ्य विभाग का अमला सुस्त नजर आ रहा है. पठारी चक्क गांव में सात वर्षीय नरवदी की मौत के बाद अगले दिन टीम पहुंची है, जिसको लेकर ग्रामीण विभाग की कार्य प्रणाली में सवाल उठा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार   डायरिया की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है.

ये भी पढ़ें- CM Yadav ने कहा प्रदेश में 265 इकाइयों में 1876 करोड़ का होगा निवेश, जबलपुर में रेडीमेड गारमेंट के स्किल डेवलपमेंट की घोषणा

Advertisement

पानी की  करवाई गई सेंपलिंग

मामला बढ़ता देख शनिवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम और प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया.  पीएचई विभाग के अधिकारियों के साथ एसडीएम तहसीलदार जनपद सीईओ सभी गांव पहुंच गए. गांव में पानी की सेंपलिंग करवाई गई. साथ इलाज के लिए मरीजों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

ये भी पढ़ें-  Chhattisgarh: सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, इस विभाग के 6 ईई निलंबित और 4 को थमाया नोटिस

Advertisement