Diarrhea Havoc: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मैहर (Maihar) में डायरिया का कहर बढ़ता जा रहा है. पानी से फैलने वाली इस बीमारी को रोकने में जिले का स्वास्थ्य विभाग (Health Department Maihar) असफल साबित हुआ है. जिले के दो गांव में पिछले 15 दिनों से डायरिया (Diarrhea) के मरीज सामने आ रहे हैं, इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले में कोई गंभीरता नहीं बरत रहे हैं. आलम यह है कि पिछले कुछ ही दिनों में चार लोग डायरिया से अपनी जान गंवा चुके हैं और दर्जन भर से अधिक लोग अब भी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.
रविवार को एक की मौत
रविवार को मैहर जिले के डेल्हा गांव निवासी संतोष कोरी की मौत हो गई. उन्हें शनिवार को मैहर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां हालात बिगड़ने पर उन्हें सतना जिला रेफर किया गया. हालांकि, तब भी उसकी जान नहीं बच सकी. इससे पहले डायरिया के चलते झीर्रहट गांव में तीन अन्य महिलाओं की भी मौत हो चुकी है.
वहीं इस मामले में डॉक्टर राजकुमार पाण्डेय ने एनडीटीवी को बताया कि एक मरीज कल शाम को उल्टी दस्त के चलते अस्पताल आया था. उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद सतना रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई. मैहर जिले में अब तक डायरिया से 4 मौतें हुई हैं.
ये तीन गांव बने हॉट स्पॉट
मैहर जिले में डायरिया का प्रकोप मुख्य रूप से तीन गांव में फैला हुआ है. जरियारी, झीर्रहट और डेल्हा गांव इन दिनों डायरिया का हॉटस्पॉट बने हुए हैं. यहां से हर रोज कोई ना कोई डायरिया का मरीज सामने आ रहा है. डेल्हा गांव में हैंडपंप का पानी पीने के बाद लोगों को बीमारी हो रही है. इसके बाद भी हैंडपंप के पानी के इस्तेमाल पर रोक नहीं लगाई गई. इसी तरह से जरियारी और झीर्रहट गांव में भी कई लोग बीमारी की चपेट में हैं.
अधिकारियों के दौरे बेअसर
डायरिया की रोकथाम के लिए मैहर जिले के एसडीएम शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने गांव का दौरा किया, हालांकि इसका कोई सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिल रहा. स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों को ओआरएस के पैकेट बांट कर डायरिया नियंत्रण की बात कह रही. जबकि यहां के लोगों को साफ पानी के साथ-साथ बेहतर इलाज दिए जाने की जरूरत है.
स्वास्थ्य विभाग की टीमों का गांव में दौरा
डायरिया के बढ़ते कहर को लेकर अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने एनडीटीवी को जानकारी देते हुए बताया कि मौसम के परिवर्तन के चलते और पानी गिरने के कारण जो पानी संबंधित संक्रमण कुछ गांवों में हुआ था, जहां मैंने खुद दौरा किया. लगातार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भ्रमण कर रही हैं और स्वास्थ्य विभाग के अमले को गांव में लगाया गया है. अब स्थिति नियंत्रण में है.
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