सोना बेचने के नाम पर की थी बड़ी ठगी, 7 साथियों की गिरफ्तारी के बाद से फरार था नाना; पुलिस ने दबोचा

धार जिले में सोना बेचने का झांसा देकर की गई बड़ी ठगी के मामले में पुलिस ने फरार आरोपी रितेश उर्फ नाना को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने पीड़ित से पांच लाख रुपये लेकर फरार हो गया था.

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Dhar Crime News: धार जिले में सोना बेचने का झांसा देकर की गई बड़ी ठगी का फरार आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. मामला 20 जुलाई का है, जब जोबट थाना क्षेत्र के निवासी पीयुष राठौर से पांच लाख रुपये की ठगी की गई थी. पीड़ित ने थाने में लिखित आवेदन देकर बताया कि रितेश उर्फ नाना, निवासी टांडा, अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सोने के बिस्किट दिलाने का लालच देकर पांच लाख रुपये लेकर फरार हो गया.

शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक धार मयंक अवस्थी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारूल बुलापुरकर और SDOP सरदारपुर विश्वदीपसिंह परिहार के निर्देशन में राजगढ़ थाना प्रभारी समीर पाटीदार की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई.

ये आरोपी हुए गिरफ्तार

जांच के शुरुआती चरण में टीम ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दिनेश सिंगार, मगरसिंह भुरिया, दलसिंह डोडवे, माकु बिलवाल, रामू उर्फ रमेश अजनार, नरसिंह बिलवाल और कालू अजनार शामिल थे. इनसे कुल 1,05,000 रुपये नकद भी जब्त किए गए थे, लेकिन इस पूरे गिरोह का मुख्य आरोपी रितेश उर्फ नाना लंबे समय से फरार चल रहा था.

मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने 9 नवंबर को रितेश उर्फ नाना को दबोच लिया. आरोपी से 10,000 रुपये नकद बरामद किए हुए हैं. पुलिस अब उससे पूछताछ कर शेष फरार आरोपियों और ठगी में इस्तेमाल नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है.

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पुलिस की ये थी टीम

इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक निहालसिंह दंडोतिया, कीर्तनसिंह नायक, सउनि सुनील राजपूत, प्रआर विपिन कटारा, आरक्षक अंकित, अमर चौधरी, जयेन्द्र जादौन, दिलीप और अजीत गुर्जर की महत्वपूर्ण भूमिका रही. टीम की सफलता से प्रभावित होकर धार पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने सराहनीय कार्य के लिए इनाम की घोषणा भी की है.

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