Success Story Dr Rahul Sirvi: धार (Dhar News) जिले की बदनावर तहसील के छोटे से गांव खजुरिया के किसान परिवार से निकलकर राहुल सिर्वी (Rahul Sirvi) ने शिक्षा (Education) और शोध (Research) के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर जिले और गांव का नाम रोशन किया है. इस उपलब्धि पर गांव में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें परिवारजनों, सहपाठियों, रिश्तेदारों और समाजसेवियों ने राहुल सिर्वी का भव्य स्वागत और सम्मान किया. इस सम्मान समारोह के दौरान वक्ताओं ने राहुल की मेहनत, अनुशासन और लगन की सराहना करते हुए उन्हें क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया. गांव खजुरिया में इस उपलब्धि को लेकर खासा उत्साह और गर्व का माहौल देखा गया.
अब जानिए राहुल की कहानी, अंबानी से मिला सम्मान
राहुल सिर्वी, किसान भागीरथ सिर्वी के पुत्र हैं. वे तीन बहनों में सबसे छोटे और परिवार के लाडले हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही शुरू हुई. कक्षा 10वीं तक की पढ़ाई उन्होंने मॉडर्न अकेडमी हाई स्कूल से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की. इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए इंदौर पहुंचे, जहां ग्रीनफील्ड स्कूल से कक्षा 11वीं और 12वीं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की.
एमएससी के दौरान ही राहुल ने सहायक प्रोफेसर बनने के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा CSIR-NET-2019 को ऑल इंडिया रैंक 115 के साथ उत्तीर्ण कर बड़ी सफलता हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC), मुंबई से शोध कार्य किया और पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. उनके नाम अब तक 7 अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं, जिसके लिए उन्हें उद्योगपति मुकेश अंबानी द्वारा सम्मानित भी किया गया.
अभी कहां हैं?
शिक्षण क्षेत्र में भी राहुल सिर्वी का योगदान उल्लेखनीय रहा है. उन्होंने शासकीय होलकर साइंस कॉलेज के भूगर्भविज्ञान विभाग में दो वर्षों तक फैकल्टी के रूप में सेवाएं दीं. वर्तमान में वे शासकीय मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में भूगर्भविज्ञान विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
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