Dhar: कन्या शिक्षा परिसर की छात्राओं का प्रदर्शन, पूर्व प्रिंसिपल की पुनः पदस्थापना की मांग, SDM-तहसीलदार मौके पर पहुंचे

Madhya Pradesh News: छात्राओं ने कहा कि पूर्व प्रिंसिपल संतोष कुमार के कार्यकाल में पढ़ाई, परीक्षाएं और आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था बेहतर थी. सभी शैक्षणिक गतिविधियां तय समय पर होती थीं, जिससे उन्हें पढ़ाई में किसी तरह की परेशानी नहीं होती थी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Dhar Kanya Shiksha Parisar: धार जिले के नौगांव थाना क्षेत्र के पास स्थित कन्या शिक्षा परिसर की छात्राओं ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. छात्राओं ने पूर्व प्रिंसिपल संतोष कुमार को पुनः पदस्थ करने की मांग को लेकर पैदल रैली निकाली. रैली में शामिल करीब 70 से 80 छात्राएं धार कलेक्टर बंगले के सामने पहुंचीं, जहां उन्होंने धरना देकर अपनी मांगें प्रशासन के समक्ष रखीं.

प्रभावित हो रही विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था

छात्राओं का आरोप है कि वर्तमान प्रिंसिपल ममता सोलंकी के पदभार संभालने के बाद से विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है. छात्राओं के अनुसार कक्षा 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो पा रही हैं. नियमित टेस्ट बंद हो गए हैं और पढ़ाई भी पहले जैसी सुचारू नहीं चल रही है. इसके अलावा टाइम-टेबल भी सही ढंग से तय नहीं हो पा रहा है, जिससे बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहीं छात्राओं का भविष्य प्रभावित होने की आशंका है.

पूर्व प्रिंसिपल की पुनः पदस्थापना की मांग

छात्राओं ने कहा कि पूर्व प्रिंसिपल संतोष कुमार के कार्यकाल में पढ़ाई, परीक्षाएं और आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था बेहतर थी. सभी शैक्षणिक गतिविधियां तय समय पर होती थीं, जिससे उन्हें पढ़ाई में किसी तरह की परेशानी नहीं होती थी. वर्तमान व्यवस्था से असंतुष्ट छात्राएं इसी कारण पूर्व प्रिंसिपल को वापस लाने की मांग कर रही हैं.

एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे

मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आया. एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और छात्राओं से चर्चा कर स्थिति को संभाला. इस दौरान एसडीएम राहुल गुप्ता ने बताया कि पूर्व प्रिंसिपल संतोष कुमार पर आरोप लगे हैं, जिनकी जांच विभागीय समिति द्वारा की जा रही है. जांच प्रक्रिया पूरी होने तक उन्हें वर्तमान में पद से पृथक रखा गया है.

Advertisement

एसडीएम राहुल गुप्ता ने बताया कि छात्राओं का कहना है कि पूर्व प्रिंसिपल पर लगाए गए आरोप निराधार हैं, इसी वजह से वे उनकी पुनः नियुक्ति की मांग को लेकर यहां पहुंची थीं. प्रशासन की ओर से छात्राओं को आश्वासन दिया गया कि मामले की जांच जारी है और उनकी समस्याओं को उच्च स्तर पर रखा जाएगा. साथ ही यह भी कहा गया कि फिलहाल छात्राओं की पढ़ाई सर्वोपरि है और शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.

ये भी पढ़ें: DSP Success Story: जिसे दुनिया कहती थी बोझ, उसकी काबिलियत से लोगों को बदलनी पड़ गई अपनी सोच, जानिए नेहा प्रजापति की स्टोरी

Advertisement

ये भी पढ़ें: Silver Door: 25 KG वजनी, 50 लाख रुपये की लागत... कोलकता की नेहा ने महाकाल मंदिर को दान किए चांदी का द्वार

Topics mentioned in this article