Happy Diwali: राजनीति में चार दशक से सक्रिय प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय धनतेरस पर अपने पुराने अंदाज में नज़र आए. हर साल की तरह इस बार भी वे नंदानगर स्थित अपनी पुश्तैनी किराने की दुकान पर पहुँचे और ग्राहकों को खुद अपने हाथों से सामान तौलकर दिया. उन्होंने कहा कि यह परंपरा वर्षों पुरानी है, और इससे उनका भावनात्मक रिश्ता जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि "अपनों से स्नेहिल भेंट. हर वर्ष की तरह आज पावन धनतेरस पर इंदौर स्थित अपनी पुश्तैनी किराना दुकान ‘काकी जी की दुकान' पर सामान की बिक्री करते हुए स्वजनों से भेंट का स्नेहिल अवसर प्राप्त हुआ. यह दुकान वह पारिवारिक विरासत है, जिसकी दीवारों में अपनापन और हर कोने में स्नेह की गर्माहट रची-बसी है. परंपरा का यह दीपक हमें हर वर्ष अपनी जड़ों की ओर लौटने की प्रेरणा देता है. आप सभी को दीपों के पांच दिवसीय महोत्सव दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं."
पहले देखिए ये वीडियो
इसी दुकान की कमाई से हुई पढ़ाई
मंत्री विजयवर्गीय ने बताया कि उनके पिता मिल में नौकरी करते थे, लेकिन तनख्वाह से घर का खर्च नहीं चलता था. तब परिवार ने किराने की दुकान खोली, और इसी दुकान की कमाई से उनकी पढ़ाई भी हुई. “हमारी दुकान से आज ग्राहकों की तीसरी पीढ़ी खरीदारी कर रही है,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा.
विजयवर्गीय ने बताया कि उनके पिता ने दुकान की शुरुआत दूध, चाय की पत्ती और गुड़ बेचने से की थी, जो अब एक पूर्ण किराना स्टोर बन चुकी है. उन्होंने कहा, “यह दुकान हमारे परिवार की पहचान है. पूरे परिवार का बोझ एक समय इसी पर था, इसलिए इस परंपरा को तोड़ना हमें उचित नहीं लगता.”
राजनीति के साथ-साथ विजयवर्गीय ने व्यापार में भी कई प्रयोग किए. उन्होंने कभी पटाखों और नमक का कारोबार किया, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के साथ मिलकर सॉफ्ट ड्रिंक की फैक्ट्री भी खोली थी. हालांकि यह व्यवसाय लंबे समय तक नहीं चल पाया.
यह भी पढ़ें : CM मोहन यादव ने किसानों को दिया बड़ा दिवाली गिफ्ट, अब इस काम के लिए मिलेगी 90% सब्सिडी
यह भी पढ़ें : Diwali Skin Care Tips: खुशियों के साथ त्वचा की सेहत भी रहे बरकरार; AIIMS भोपाल की दीपावली स्किन केयर टिप्स
यह भी पढ़ें : Dhanteras 2025: महाकाल मंदिर से हुई धनतेरस पर्व की शुरुआत कलेक्टर-SP ने परिवार के साथ की पूजा
यह भी पढ़ें : Fertilizers Crisis: अन्नदाताओं को बड़ी राहत, NDTV की खबर के बाद अब बिना ई टोकन के मिलेगी खाद