Dhan Kharidi: Jabalpur के कई धान खरीदी केंद्रों में पसरा सन्नाटा, जानिए अब तक क्यों नहीं पहुंचे किसान?

Dhan Kharidi: मध्य प्रदेश के पाटन तहसील सहित पूरे जबलपुर जिले में धान खरीदी प्रक्रिया अनिश्चितकाल के लिए अटकी हुई है. यहां के उपार्जन केंद्रों में अभी तक न तो किसान पहुंचे, न ही सरकारी कर्मचारी, इतना ही नहीं यहां कंप्यूटर ऑपरेटर, या आवश्यक संसाधन, बरदाना भी नहीं आया है.

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Dhan Kharidi in MP: मध्य प्रदेश में आज से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ हो गया है. जबलपुर जिले में धान खरीदी 2 दिसंबर से शुरू होनी थी, लेकिन एनडीटीवी की टीम ने सोमवार को जबलपुर जिले के पाटन तहसील का दौरा किया तो पाया कि किसी भी वेयरहाउस में बनाए गए उपार्जन केंद्रों पर खरीदी की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है.

धान खरीदी केंद्रों पर न तो किसान पहुंचे, न ही सरकारी कर्मचारी

जब एनडीटीवी की टीम ने इस देरी का कारण जानना चाहा, तो खुलासा हुआ कि उपार्जन केंद्रों में किसानों को स्लॉट तो आवंटित कर दिए गए थे, लेकिन न तो किसान पहुंचे, न ही सरकारी कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर, या आवश्यक संसाधन, बरदाना भी नहीं आया. वहीं दूसरी ओर वेयरहाउस संगठन ने स्पष्ट किया कि वो धान का भंडारण तभी करेंगे, जब सरकार उनके पिछले किराए का भुगतान कर दें और प्रति टन 25 रुपये का स्थायी किराया निर्धारित कर दें.

इन कारणों से नहीं हो रही धान खरीदी

किसानों की अनुपस्थिति: केंद्रों पर अभी तक किसान नहीं पहुंचे, जिससे खरीदी प्रक्रिया बाधित हुई.

कर्मचारियों की कमी: सरकारी कर्मचारी और ऑपरेटर भी उपार्जन केंद्रों पर नहीं पहुंचे.

वेयरहाउस संगठन का विरोध: किराए के भुगतान और निर्धारित दर की मांग पूरी न होने तक वे भंडारण में सहयोग नहीं करेंगे.

जबलपुर में धान खरीदी प्रक्रिया अटकी

पाटन तहसील सहित पूरे जबलपुर जिले में धान खरीदी प्रक्रिया अनिश्चितकाल के लिए अटकी हुई है. यदि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो किसानों को अपनी उपज बेचने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

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आने वाले दिनों में यह मुद्दा जबलपुर जिले के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है. सरकार और प्रशासन को त्वरित कदम उठाने होंगे, ताकि किसानों और वेयरहाउस संगठनों के बीच सामंजस्य स्थापित किया जा सके और धान खरीदी प्रक्रिया को सुचारू रूप से शुरू किया जा सके.

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