Treasure Mahakal Temple Ujjain : महाकाल लोक बनने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने के साथ महाकाल मंदिर की आय में भी लगातार इजाफा हो रहा है. इस वर्ष का मंदिर का रिकॉर्ड देखें, तो प्रतिदिन करीब दो लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं, और मंदिर समिति को इस साल 165 करोड़ रुपये से ज्यादा की रिकॉर्ड आय हुई है.महाकाल लोक बनने से पहले मंदिर में रोजाना 40 से 50 हजार श्रद्धालु पहुंचते थे. लेकिन 11 अक्टूबर 2022 में प्रधान नरेंद्र मोदी द्वारा महाकाल लोक का शुभारंभ करने के बाद यह संख्या प्रतिदिन डेढ़ लाख को पार कर रही है. यही वजह है कि मंदिर में दान भी बढ़ता जा रहा है. मंदिर द्वारा जारी रिकॉर्ड अनुसार, इस वर्ष 1 जनवरी से 13 दिसंबर 2024 तक 1 अरब 65 करोड़ रुपए दान प्राप्त हुआ है.
पिछले साल का टूटेगा रिकॉर्ड
मंदिर के रिकॉर्ड अनुसार अभी 12 महीने पूरे होने से पहले एक अरब 65 करोड़ रुपए से ज्यादा पहुंच गई है. अभी 18 दिन का दान और अन्य आय की गणना करना बाकी है. पूरी गणना होने पर पूर्व की आय का रिकॉर्ड टूटने की संभावना है. बता दे कि पिछले साल वर्ष 2023 में मंदिर समिति ने 13 महीने का आंकड़ा जारी किया था. आय 1 अरब 69 करोड़ 73 लाख रुपये बताई गई थी. यह आय मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंध के बावजूद हुई थी.
53 करोड़ की लड्डू प्रसादी बिकी
महाकाल मंदिर समिति की लड्डू प्रसादी देशभर में प्रसिद्ध है. यहां के लड्डू की गुणवत्ता देखकर भक्त लड्डू प्रसादी जरूर ले जाते हैं. इसलिए मंदिर समिति रोजाना 40 क्विंटल से अधिक लड्डू बनाती है. यही वजह है कि एक साल में महाकाल मंदिर समिति को लड्डू से 53 करोड़ 50 लाख 14 हजार 552 रुपए की आय हुई. हालांकि, लड्डू भक्तों को नो प्रॉफिट नो लॉस में बेचा जाता है.
गर्भगृह बंद होने से आय पर असर
महाकाल मंदिर में गर्भगृह बंद हुए करीब एक साल हो चुका है. गर्भगृह में दर्शन करने का शुल्क 750 रुपए प्रति व्यक्ति था, लेकिन जुलाई 2023 में गर्भगृह में आम भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया गया. जबकि पिछले साल चार माह में ही गर्भगृह में प्रवेश से ही 9 करोड़ 45 लाख 82 हजार 990 रुपए की आय हुई थी. अगर गर्भगृह में आम भक्तों का प्रवेश जारी रहता तो मंदिर की आय इस साल दो अरब पार कर जाती.
दान दाताओं का करेंगे सम्मेलन
कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि अभी तक जो डाटा प्राप्त हुआ है, उसके अनुसार, 165 करोड़ विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुए हैं, जो राशियां प्राप्त हुई है, उसमें जो मंदिर के खर्चे हैं. उनको हटाकर जो राशि बचेगी वो मंदिर के भक्त निवास पर खर्च किया जाएगा. महाकाल मंदिर में जो लोग दान करते हैं. हम उन लोगों का एक सम्मेलन करने वाले हैं. बड़े दान दाताओं का हम कैसे कंट्रीब्यूट कर सकते हैं, आने वाले भक्त निवास योजना के लिए डिस्कस करेंगे.
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इन श्रोतों से हुई आय
- दान पेटी से 43 करोड़ 85 लाख 20 हजार 718 रुपए की आय
- शीघ्र दर्शन से आय: 48 करोड़ 99 लाख 80 हजार 551 रुपये
- भस्म आरती से बुकिंग: 90 लाख 90 हजार 2 हजार 600 रुपये
- अभिषेक से आय: 5 करोड़ 92 लाख 86 हजार 976 रुपये
- अन्न क्षेत्र से आय: 12 करोड़ 32 लाख 7 हजार 602 रुपये
- धर्मशाला बुकिंग से आय: 5 करोड़ 90 लाख 6 हजार 644 रुपये
- फोटोग्राफी मासिक शुल्क से आय: 7 लाख 73 हजार 949 रुपये
- भांग एवं ध्वजा बुकिंग से आय: 7 लाख 92 हजार
- उज्जैन दर्शन बस सेवा से आय: 7 लाख 27 हजार 057 रुपये
- अन्य आय: 23 करोड़ 96 लाख 7 हजार 891 रुपये
- कुल आय : 1 अरब 12 करोड़ 31 लाख 85 हजार 988 रुपये
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