EC डिप्टी कमिश्नर ने कहा-"स्वच्छता के साथ मतदान में भी नंबर-1 बनकर मिसाल कायम करे इंदौर"

इंदौर के 56 दुकान में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में दिव्यांग, थर्ड जेंडर सहित युवाओं को मतदान करने की शपथ दिलाई गई.

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कार्यक्रम में दिव्यांग, थर्ड जेंडर सहित युवाओं को मतदान करने की शपथ दिलाई गई.

Madhya Pradesh Electoral News : इंदौर में इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया (Election Commission) के अधिकारी मतदाता जागरूकता अभियान (Voters Awareness Campaign in Indore) कार्यक्रम में शामिल होने 56 दुकान पहुंचे. जहां मुख्य रूप से भारत निर्वाचन आयोग के डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर अजय भादू और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन मौजूद थे. कार्यक्रम में दिव्यांग, थर्ड जेंडर सहित युवाओं को मतदान करने की शपथ दिलाई गई. इसके साथ ही अधिक से अधिक मतदान के लिए हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया गया. 

भारत निर्वाचन आयोग के डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर अजय भादू ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि जिस तरह इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन है, ठीक उसी तरह मतदान में भी इंदौर शहर नंबर वन बनकर न केवल मध्य प्रदेश के लिए बल्कि पूरे देश के लिए मिसाल बने. उन्होंने कहा कि यहां के लोग जो ठानते हैं वह पूरा करते हैं. कार्यक्रम के बाद इलेक्शन कमीशन से जुड़े अधिकारियों ने 56 दुकान पर व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया. इस दौरान उन्होंने स्मोक पान भी खाया.

मध्य प्रदेश की पहली स्पेशल चाइल्ड गुरदीप वासु पहली बार 17 नवंबर को वोट डालने के लिए उत्साहित हैं.

MP की पहली स्पेशल चाइल्ड को मिला मतदाता कार्ड

जन जागरूकता अभियान में मध्य प्रदेश की पहली स्पेशल चाइल्ड (First Special Child of Madhya Pradesh) भी शामिल हुईं. स्पेशल चाइल्ड दिव्यांग गुरदीप वासु जन्म से ही ना बोल सकती हैं, ना देख सकती हैं और ना ही सुन सकती हैं. वह पहली बार 17 नवंबर को वोट डालने के लिए उत्साहित हैं. उन्होंने लोगों से अपील है कि अपने मत का उपयोग जरूर करें, हर काम छोड़ कर सबसे पहले वोट डालें. इस दौरान साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट मोनिका पुरोहित उनके साथ मौजूद रहीं. साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट के माध्यम से गुरदीप ने अपनी खुशी जाहिर की.

ये दिव्यांग नहीं युवाओं के लिए प्रेरणा हैं : अजय भादू

भारत निर्वाचन आयोग के डिप्टी कमिश्नर अजय भादू ने दिव्यांग वोटर्स के लिए कहा कि ये दिव्यांग नहीं हैं ये युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं. जो पहली बार अपने मतदान का इस्तेमाल करेंगे. मध्य प्रदेश की पहली दिव्यांग अपने हाथों में अपना वोटर आईडी कार्ड लेकर घूम रही हैं. वे बार-बार उसे छू रही हैं. उनके परिवार का कहना है कि वह 17 नवंबर का इंतजार कर रही हैं. हर किसी से बोलती हैं मैं बहुत खुश हूं. मुझे पहली बार वोट डालने का मौका मिल रहा है.

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