Dengue Disease: खतरनाक हो रहा यहां डेंगू का डंक, 21 दिन में आए 223 पीड़ित, दावोंं की खुली पोल

Dengue Disease In Gwalior: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डेंगू का डंक खतरनाक होता जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार, 21 दिन में 223 डेंगू पीड़ित सामने आए हैं. इनमे से 200 तो 17 साल से भी कम उम्र के बच्चे हैं.

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Dengue Disease In MP:  बीते दो माह से ग्वालियर में डेंगू आतंक मचा रहा है. बरसात के थमते ही इसने और भी विकराल रूप ले लिया. बीते 21 दिनों में ही शहर में डेंगू के 223 मरीज मिल चुके हैं. सबसे चिंता की बात ये है कि इनमें से 200 बच्चे हैं. इस बीच बड़ी चिंता की खबर ये आई कि डेंगू पीड़ित एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य का गंभीर हालत में आईसीयू में इलाज चल रहा है.

तीन दिन से बुखार आ रहा था

शहर के पॉश इलाका हरिशंकर पुरम कॉलोनी के एफ ब्लॉक में रहने वाले पैंतीस साल के विवेक यादव को बीते तीन दिन से बुखार आ रहा था. जब स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ा तो परिजन उन्हें लेकर एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में लेकर गए और भर्ती कराया. वहां, जांच में उन्हें डेंगू पॉजिटिव निकला.

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मौत के बाद हड़कंप मचा

शनिवार को उनकी मृत्यु हो गई. इसी ब्लॉक में रहने वाले 22 साल के राजा को बुखार के साथ ब्लीडिंग होने पर भर्ती कराया गया. जांच में उन्हें भी डेंगू निकला. उनकी भी हालत काफी गंभीर है. एक ही कॉलोनी के एक ही ब्लॉक में दो लोगों के डेंगू पीड़ित होने और एक की मौत के बाद हड़कंप मच गया.

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शहर में डेंगू के 55 पेशेंट मिले

वैसे तो शहर में डेंगू दो माह पहले से ही अपने पैर पसार रहा है, लेकिन बीते सप्ताह ही तेज़ बरसात थमने के बाद तो मानों उसने आक्रामक रुख ही अपनाकर आतंक मचाना शुरू कर दिया. आंकड़े भी बहुत डराने वाले हैं, यानी महज बीते दो दिनों में ही शहर में डेंगू के 55 पेशेंट मिले. शनिवार को गजराराजा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी लैब और जिला अस्पताल मुरार में डेंगू के 294 संदिग्ध सैंपल की जांच की गई. इसमे 38 पॉजिटिव पाए गए. इस आंकड़े से हड़कंप मच गया.

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बच्चों पर ज्यादा आक्रमण

अब तक के आंकड़ों में चिंता करने वाली बात ये है कि इस बार डेंगू सबसे ज्यादा बच्चों को अपना शिकार बना रहा है. इसका अंदाजा लगाने के लिए यह आंकड़ा ही काफी है कि सितम्बर माह के महज 21 दिनों में डेंगू के जो 323 मरीज मिले है, इनमे से 200 तो 17 साल से भी कम उम्र के बच्चे हैं. बच्चों की हालत तेजी से बिगड़ती है. बीते तीन रोज पहले फिर एक बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली रेफर किया गया. पिछले साल की तुलना में यह संख्या दुगनी है. तब 210 मरीज मिले थे और एक बच्ची की मौत हो गई थी.

इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं- डीएम

कलेक्टर रुचिका चौहान कहती हैं, हम लोग रोज इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. हॉटस्पॉट चिन्हित कर लार्वा नष्ट करने और लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इसके लिए अलग अलग टीमें गठित कर दी है. नगर निगम के आयुक्त अमन वैष्णव का दावा है कि उनकी टीमें मलेरिया विभाग से समन्वय करके मच्छरों को मारने के लिए लगातार फॉगिंग करने में जुटी है.

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अलग से वार्ड बना दिए गए-  CMHO

उधर सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव का कहना है कि मरीजों की संख्या बढ़ी है. इसके मद्देनजर हमने 
ग्वालियर के दोनों बड़े अस्पताल  सिविल अस्पताल हजीरा और जिला अस्पताल मुरार में डेंगू के मरीजों के इंतजामों के लिए अलग से वार्ड बना दिए गए . उधर अंचल के सबसे बड़ा अस्पताल जेएएच पर भी मरीज बढ़ने से बड़ा प्रेशर आ गया.

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