Crocodile Caught: दमोह जिले के एक जलाशय में घुस आए 11 फीट लंबे मगरमच्छ ने आंतक मचा रखा था. बीते चार महीने से ग्रामीणों के जीवन में जहर घोलने वाले खतरनाक मगरमच्छ को वन विभाग ने गुरुवार को पकड़ लिया, जिससे ग्रामीणों को मगरमच्छ के आतंक से राहत मिली है. पिंजरे में कैद वन विभाग मगरमच्छ को टीम साथ लेकर गई है.
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तेजगढ़ और सिंग्रामपुर रेंज के बीचों बीच स्थित जलाशय में मगरमच्छ ने जमाया था डेरा
मामला जिले के तेजगढ़ और सिंग्रामपुर रेंज के बीचों बीच स्थित महुआखेड़ा जलाशय का है. बताया जाता है कि मगरमच्छ पिछले चार महीने से महुआखेड़ जलाशय में रह रहा था और कई जानवरों का शिकार कर चुका है. जानवरों के शिकार करने से हलकान ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन विभाग ने जाल बिछाकर मगरमच्छ को पिंजरे में कैद कर लिया.
दैत्याकार मगरमच्छ ने हमले से घायल पालतू बछड़े का अस्पताल में चल रहा है उपचार
रिपोर्ट के मुताबिक करीब चार माह की मश्क्कत के बाद पकड़ा गया मगरमच्छ बेहद ही खतरनाक था. ग्रामीणों की नींद हराम करने वाला लंबे मगरमच्छ ने अभी हाल में एक किसान के पालतू बछड़े पर हमला किया था. मगरमच्छ के हमले से घायल बछड़े का अभी बम्होरी में उपचार चल रहा है.
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पिंजरा लगाकर पकड़े गए मगरमच्छ को रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा
वन विभाग ने ग्रामीणों से मिली शिकायत के बाद दिन रात निगरानी के बाद मगरमच्छ को पकड़ने के लिए जलाशय में पिंजरा लगाया और पिंजरे में गोश्त रखकर मगरमच्छ को फंसाया गया. जैसे ही मगरमच्छ पिंजरे में रखा मांस खाने पहुंचा टीम ने मगरमच्छ को पकड़ लिया. टीम उसे रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में छोड़ेगी..