MP में दलित व्यक्ति की पिटाई, पेशाब पीने के लिए भी किया गया मजबूर, FIR दर्ज

Dalit forced to drink urine in MP: पीड़ित का आरोप है कि उसे बाइक पर बैठा कर आरोपी कहीं और ले गया और वहां उसे बंधक बनाकर रखा. जाति भेद के आधार पर गालियां दी और मारपीट किया गया. साथ ही पेशाब पीने के लिए भी मजबूर किया गया.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
नरसिंहपुर:

Narshingpur Crime News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नरसिंहपुर जिले (Narshingpur) में एक दलित व्यक्ति को कथित तौर पर ऊंची जाति के दो लोगों ने न केवल बंधक बनाकर पीटा बल्कि उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर भी किया. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी सोमवार को दी. अधिकारी ने बताया कि यह मामला 30 जुलाई को गाडरवारा तहसील के अंतर्गत बरहा बड़ा गांव का है.

आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज

अधिकारी ने बताया कि पीड़ित ने सोमवार को नरसिंहपुर जिले के एससी/एसटी थाने में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई.  

अधिकारी के मुताबिक, सल्लू बुधौलिया और सूरज कचेरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 296 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील कृत्य), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 351(2) (आपराधिक धमकी), 3(5) (संयुक्त आपराधिक दायित्व) और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई.

पीड़ित ने प्राथमिकी में आरोप लगाया कि बुधौलिया और कचेरा उसे मोटरसाइकिल पर ले गए और एक जगह पर बंदी बनाकर रखा.

पहले पीड़ित को पीटा... फिर पेशाब पीने के लिए किया मजबूर

अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों ने पीड़ित से प्रेमनारायण वर्मा नाम के व्यक्ति से दो लाख रुपये लाने को कहा और जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उसने उसे बेरहमी से पीटा और जाति-भेद के आधार पर गालियां दीं. प्राथमिकी में ये भी बताया गया कि कुछ देर बाद आरोपी ने फिर से उसकी पिटाई की और कहा कि वो उनके लिए प्रेमनारायण से पैसे लेकर आए. पीड़ित ने ये भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने उसे लगातार पीटते हुए पेशाब पीने के लिए मजबूर किया.

पुलिस ने आरोपी को हरासत में लिया

अधिकारी ने बताया, 'मामला सामने आने के बाद कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया.' नरसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर फिलहाल जांच की जा रही है.

Advertisement

ये भी पढ़े: छत्तीसगढ़ के किसान को मिलेगा डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार, जानें कब तक इसके लिए कर सकेंगे आवेदन?