ठगों ने ऐसा किया ब्रेनवॉश डेढ़ महीने तक डिजिटल अरेस्ट होकर देशभर में भटकती रही महिला ! जबलपुर से लालच-डर की अजीब स्टोरी

Jabalpur Crime: जबलपुर की आशा कार्यकर्ता पुष्पलता झारिया साइबर ठगों के जाल में फंस गई. ठगों ने उसे करोड़ों की लॉटरी, सोना और हीरे के आभूषण मिलने का झांसा दिया और चार लाख रुपये ऐंठ लिए. इसके बाद भी उसका ब्रेनवॉश कर दिया गया और वह खुद को 'ठगों की मददगार' मानने लगी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

MP Cyber Crime: जबलपुर के बरगी थाना क्षेत्र की रहने वाली 36 वर्षीय आशा कार्यकर्ता पुष्पलता झारिया साइबर ठगों के ऐसे जाल में फंस गई, जिससे निकलने में उसे डेढ़ महीने लग गए. ठगों ने उसे करोड़ों की लॉटरी, सोना और हीरे के आभूषण मिलने का झांसा दिया, और चार लाख रुपए ऐंठ लिए. यही नहीं, उसके बाद भी उसका ब्रेनवॉश कर दिया गया, जिसके चलते वह खुद को ‘ठगों की मददगार' मानने लगी और उन्हें छुड़ाने के लिए घर छोड़कर देशभर में भटकती रही.

पुलिस के अनुसार, पुष्पलता के पति छोटामोटा काम करते हैं, उसके 2 बच्चे हैं. कुछ महीने पहले उसे विदेशी वीपीएन नंबर से एक फोन आया, जिसमें उसे बताया गया कि उसने सोना, हीरा और दस लाख रुपए की लॉटरी जीती है. इस इनाम को पाने के लिए पहले ऑनलाइन कुछ पैसे जमा करने को कहा गया, और फिर ठग नियमित तौर पर उससे संपर्क करने लगे.

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कुछ समय बाद ठगों ने नया नाटक रचा—कहा कि वह व्यक्ति जो लॉटरी का इनाम लेकर आ रहा था, पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है. महिला का आधार कार्ड भी उसके पास है, जिससे अब वह भी गिरफ्तार हो सकती है. डर और लालच के बीच फंसी महिला ने चार लाख रुपए ऑनलाइन भेज दिए.

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जब उनके स्वजन को इतने बड़े ट्रांजेक्शन की जानकारी हुई तो उन्होंने महिला से सवाल किए, लेकिन ठगों ने उसे यह यकीन दिला दिया था कि किसी को बताने से इनाम रद्द हो जाएगा. 23 अप्रैल को वह मायके गई और 26 अप्रैल को बरगी जाने का कहकर निकली, लेकिन फिर लापता हो गई. 4 मई को गुमशुदगी दर्ज कराई गई.

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ऐसे मानती गई ठगों की बात

ठगों की बातों में आकर महिला जबलपुर से मुंबई, फिर सूरत और अंततः दिल्ली तक भटकती रही. वह रेलवे स्टेशनों पर रात बिताती, लंगर या निःशुल्क भोजन खाती, और जहां संभव हुआ वहां काम कर ठगों को और पैसे भेजती रही.

इतना ही नहीं, ठगों ने उसे खुद का अपहरण करने का नाटक रचने के लिए कहा. उसने रोते हुए एक वीडियो बनाया और भेजा, जिसे ठगों ने 1 जून को उसके पति को भेजकर दो लाख रुपए की फिरौती मांगी. रुपए न देने पर उसके शव के टुकड़े कर जंगल में फेंकने की धमकी दी गई.

ग्रेटर नोएडा में मिली महिला

इस घटना के बाद उसकी मां ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की. कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने चार टीमों को खोजबीन में लगाया. इस दौरान महिला का फोन चोरी हो गया, लेकिन उसने किसी अन्य व्यक्ति के फोन से स्वजन को कॉल किया, जिससे उसकी लोकेशन ग्रेटर नोएडा में मिली. सोमवार को पुलिस टीम ने वहां से उसे सुरक्षित दस्तयाब किया.

हालांकि महिला का मानसिक स्थिति अब भी प्रभावित है, उसे चक्कर आ रहे है शरीर कांपता है. उसे आज भी लगता है कि ठग इनाम देंगे और वे निर्दोष हैं. पुलिस ने उसकी काउंसलिंग शुरू कर दी है और साइबर ठगों की तलाश जारी है.

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