दहेज के लिए महिला को छत से फेंकने पर पति व सास-ससुर पर केस, दो अरेस्ट, मौत से पहले वीडियो में यह कहा

Dowry and Murder Case: सबसे बड़ी नवजात बच्चे की है. उसका बहुत बुरा हाल है. आरती का बेटा सिर्फ 17 दिन अपनी मां की गोद में रहा. 8 अप्रैल से आरती अस्पताल में भर्ती थी और अब मौत के बाद हमेशा के लिए उसके सिर से मां का साया उठ गया. हत्या के केस में दर्ज होने से अब उसे पिता का प्यार भी नहीं मिल सकेगा. नवजात का रो रोकर बुरा हाल है.

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Gwalior News: ग्वालियर के मुरार थाना इलाके के सुरैया पुरा में छत से गिरने से भरी एक महिला के मामले में घायल अवस्था मे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ससुराल वालों का कहना था कि वह छत से कूद गई जबकि मरने से पूर्व दर्ज हुए वीडियो में उसने आरोप लगाया था कि दहेज (Dowry) के लिए प्रताड़ित करने वाले ससुराल वालों ने उसे छत से फेंका है. पुलिस (Madhya Pradesh Police) ने इस बयान के आधार पर उसके पति, सास और ससुर के खिलाफ केस (Case) दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया जबकि पति अभी फरार है.

कब हुई थी शादी?

मायके पक्ष के लोगों द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार 4 नवम्बर 2022 को हजीरा निवासी आरती की शादी सुरैयापुरा निवासी नीरज कुशवाह से हुई थी. शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुराल के लोग उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे.

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21 मार्च को आरती ने एक बेटे को जन्म दिया. इसके बाद उसके ससुराल वाले मायके से कुछ-कुछ सामान लाने को लेकर डिमांड करने लगे और दवाब डालने लगे कि नवजात और अन्य लोगों को अच्छा सामान आना चाहिए. इस बात को लेकर वे विवाद भी करने लगे. इसको लेकर रोज घर में भी झगड़ा होने लगा. 

आरोप है कि 8 अप्रैल को इसी बात को लेकर जमकर झगड़ा हुआ. उसके बाद आरती को छत से नीचे फेंक दिया गया. तब गम्भीर रूप से घायल आरती को अस्पताल में भर्ती कराया गया. ससुराल वालों ने पुलिस को बताया कि वह गुस्से में छत से कूद गई. बीते रोज उसकी मौत हो गई. मायके वालों ने दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाया. आरती ने मौत से पहले परिजनों ने मृत्यु पूर्व कथन भी रिकॉर्ड करवाया. जिसमें उसने सास ,ससुर और पति को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था. उसी के आधार पर पुलिस ने सास, ससुर और पति के खिलाफ हत्या का केस (Murder Case) दर्ज कर सास और ससुर को गिरफ्तार कर लिया जबकि पति फरार है.

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सिर्फ 17 दिन माँ की गोद मे रहा नवजात

सबसे बड़ी नवजात बच्चे की है. उसका बहुत बुरा हाल है. आरती का बेटा सिर्फ 17 दिन अपनी मां की गोद में रहा. 8 अप्रैल से आरती अस्पताल में भर्ती थी और अब मौत के बाद हमेशा के लिए उसके सिर से मां का साया उठ गया. हत्या के केस में दर्ज होने से अब उसे पिता का प्यार भी नहीं मिल सकेगा. नवजात का रो रोकर बुरा हाल है.

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