Saurabh Sharma Case: भ्रष्ट धनकुबेर RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा से मिलने वालों का कोर्ट में लगा तांता, तो जज बोले...

RTO Constable Saurabh Sharma: भोपाल के भ्रष्ट धनकुबेर आरटीओ के पूर्व आरक्षक को सोमवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया. जहां मामले की सुनवाई के बाद तीनों को आरोपियों को जेल भेज दिया गया. खास बात ये रही कि ईडी ने और रिमांड की मांग नहीं की.

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Constable Saurabh Sharma News: प्रवर्तन निदेशालय ने परिवहन पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके साथियों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया. बताया जा रहा है कि 7 दिनों की रिमांड में ईडी की पूछताछ में कई राज सामने आए. रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को सभी आरोपियों को विशेष अदालत में पेश किया गया. जहां सुनवाई के बाद तीनों आरोपियों को 14 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड खत्म होने के बाद जेल भेज दिया गया.

इसके पहले कोर्ट में गरमा गरम बहस भी देखने को मिली. कोर्ट में आरोपियों से कटघरे में जज की बिना अनुमति बात करने पर जज सचिन कुमार घोष नाराज हो गए. उन्होंने शरद के वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि ये कोर्ट है, यहां कोई पारिवारिक मिलन समारोह नहीं चल रहा है. दरअसल, कोर्ट में सौरभ, चेतन और शरद से मिलने वालों की भरमार थी. कोर्ट रूम खचाखच भरा था, जिससे विशेष न्यायाधीश सचिन कुमार घोष थोड़ा असहज दिखाई दिए.

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आरोपियों से मिलने वालों का लगा तांता

बार-बार वकील बदले जाने पर उन्होंने शरद को भी फटकार लगाते हुए कहा कि आपकी जब मर्जी होती, तब वकील बदल देते हैं. उधर कोर्ट में सौरभ से मिलने उनकी मां, चेतन से मिलने उसकी मां और बहन, तो शरद से मिलने उनकी भांजी और अन्य परिजन पहुंचे थे. तीनों से जुड़े लोगों से मिलने- मिलाने वालों का तांता लगा रहा, जिससे जज नाराज दिखाई दिए.

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छापे में मिला था खजाना

लोकायुक्त छापे में करोड़ों की काली कमाई का खुलासा होने के बाद ईडी ने कई ठिकानों पर छापे मारे थे. 27 दिसंबर को जांच एजेंसी ने सौरभ शर्मा के रिश्तेदारों और सहयोगियों के भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर स्थित आवास में जांच एजेंसी ने छापामार कार्रवाई की. इस दौरान अलग-अलग ठिकानों पर सर्चिंग के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए. सौरभ के सहयोगी चेतन सिंह गौर के नाम पर 6 करोड़ रुपये से अधिक की एफडी मिली थी. परिवार के सदस्यों और कंपनियों के नाम पर 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का बैंक बैलेंस भी मिला था. इस दौरान 23 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति से संबंधित दस्तावेज पाए गए, जिसे जब्त कर लिया गया. इसके बाद से लगातार ईडी जांच कर रही है.

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पहले जेल में पूछताछ फिर रिमांड

सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर पर शरद जायसवाल से लगातार ईडी के पांच अधिकारियों की टीम ने पहले भोपाल सेंट्रल जेल में घंटों पूछताछ की. तीन दिनों तक छह-छह घंटे पूछताछ करने के बाद ईडी ने तीनों को रिमांड पर लिया और फिर उनसे कई अहम सबूत सामने रखकर पूछताछ की, जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य निकलकर सामने आए हैं, इन्हें ईडी ने अपनी जांच में शामिल कर लिया है.

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