National Herald Case News: नेशनल हेराल्ड मामले में गलत तरीके से सोनिया (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी () को फंसाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं ने बुधवार को पूरे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान राजधानी भोपाल (Bhopal) में भी कांग्रेस ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने ED की चार्जशीट पर संज्ञान न लिए जाने के फैसले के बाद कांग्रेस ने इसे भाजपा और केंद्र सरकार के लिए करारा झटका बताया. इसी क्रम में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए भाजपा मुख्यालय के घेराव का ऐलान किया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से भाजपा कार्यालय की ओर रवाना हुए. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि भाजपा सरकार राजनीतिक बदले की भावना से सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बना रही है. जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा मुख्यालय की ओर बढ़े, तो पुलिस ने रास्ते में बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया. हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिससे कई कार्यकर्ता सड़क पर गिर पड़े. इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर बसों में ठूंस कर ले गई.
"भाजपा झूठे मुकदमों के जरिए विपक्ष को बदनाम करती है"
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा झूठे मुकदमों के जरिए विपक्ष को बदनाम करने की साजिश कर रही है. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने देश के लिए त्याग और बलिदान दिया है और कांग्रेस ऐसे मामलों से डरने वाली नहीं है. पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता लाठी और पानी की बौछार से डरने वाले नहीं हैं.
वाटर कैनन से कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया तितर-बितर
प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहा. जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी कार्यालय की ओर बढ़े, पुलिस ने बीच रास्ते में बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया. इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. वॉटर कैनन के तेज प्रेशर से कुछ कार्यकर्ता सड़क पर गिर पड़े और घायल हो गए, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई. इस मौके पर उन्होंने खुला ऐलान किया कि लोकतंत्र, संविधान और विपक्ष की आवाज को दबाने के हर प्रयास के खिलाफ उसका संघर्ष आगे भी जारी रहेगा.
पुलिस ने कार्यकर्ताओं को लिया हिरासत में
स्थिति बिगड़ता देख पुलिस ने सख्ती बरतते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धक्का-मुक्की कर बसों में बैठाकर हिरासत में लेना शुरू कर दिया. इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और कांग्रेस नेताओं की पुलिस अधिकारियों से तीखी बहस भी हुई. पटवारी के इशारे पर कार्यकर्ताओं ने पुलिस बसों का घेराव कर नारेबाजी की, जिससे कुछ देर तक यातायात प्रभावित रहा. कांग्रेस ने साफ किया कि यह आंदोलन यहीं नहीं रुकेगा और भाजपा की कथित दमनकारी नीतियों के खिलाफ संघर्ष और तेज किया जाएगा.
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इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, मीडिया विभाग अध्यक्ष मुकेश नायक, महिला कांग्रेस अध्यक्ष रीना बोरासी सेतिया, सेवादल अध्यक्ष अवनीश भार्गव सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे. प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार और ED के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प दोहराया गया.
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