मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में सोमवार दोपहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा ज्योतिर्लिंग भगवान के दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बिहार चुनाव को लेकर बातचीत करते हुए वहां दस-दस हजार रुपए में वोट ख़रीदने के आरोप लगाए.
इसके साथ ही उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर भी इस बात की जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि यह चुनाव अभी दोबारा से करवा दिए जाएं, तो बिहार की जनता इस रिजल्ट को पलट देगी.
"ईसी ने एनडीए की सरकार को जिताने के लिए मेहनत की"
बिहार चुनाव के नतीजों पर विस्तार से चर्चा करते हुए रॉबर्ट वाडा ने इलेक्शन कमीशन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब सभी को लग रहे है कि ईसी ने एनडीए की सरकार को जिताने के लिए मेहनत की है. चुनाव के रिजल्ट से बिहार की जनता खुश नहीं है और इसको लेकर लोगों की मांग थी कि राहुल वापस आए. इसलिए आज राहुल वहीं पर लोगों की समस्याएं समझ रहे हैं, क्योंकि वहां 10 हजार रुपये देकर लोगों को खरीदा जा रहा है, जिसे इलेक्शन कमीशन ने भी मना किए बगैर चलने दिया. यदि यह इलेक्शन दोबारा बैलेट पेपर से हो, तो बिहार की जनता रिजल्ट बदल देगी. देश में अभी जिस तरह से चुनाव हो रहे हैं, यह बिल्कुल गलत है और इससे देश की प्रगति नहीं होगी.
वादा निभाने पहुंचे वाड्रा
वाड्रा ने मीडिया से कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के समय उन्होंने यहां वापस लौटने का वादा किया था, जिसे निभाने के लिए वे एक बार फिर से तीर्थ नगरी पहुंचे. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्हें आम जनता से बहुत प्यार मिला है, इसलिए हम यहां रहे या न रहें, लेकिन लोगों और गरीबों की समस्याओं का समाधान करते रहते हैं. वहीं, ममलेश्वर लोक को लेकर उन्होंने कहा कि मंदिर को मंदिर की जगह पर ही रहना चाहिए और राजनीति को धर्म से अलग रखना चाहिए और इस मामले में राजनीति नहीं होना चाहिए.
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वहीं, पीएम मोदी के कांग्रेस में फूट होने के बयान पर उद्योगपति वाड्रा ने कहा कि यह सब गलत है, कांग्रेस में अब कोई फूट नहीं होगी. यहां सब एकजुट हैं और गठबंधन भी उनके साथ ही एकजुट हैं, जो गलत हो रहा है. उसके लिए हम सब और राहुल गांधी लड़ रहे हैं.