Suresh Pachouri MP Congress Leader: मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी (Suresh Pachouri) समेत पूर्व सांसद गजेंद्र राजूखेड़ी (Gajendra Rajukhedi) और कांग्रेस (Congress) के कई पूर्व विधायकों के भाजपा (BJP) में जाने पर राजनीति गरमा गई है. पार्टी छोड़ने के बाद जहां इन नेताओं ने कांग्रेस पर अपने मूल सिद्धांतों से दूर होने का आरोप लगाया. वहीं, अब उन पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इन नेताओं के भाजपा ज्वाइन करने पर कहा कि जिनके विचारधारा कांग्रेसी नहीं, वही कांग्रेस छोड़ रहे हैं.
पचौरी के कांग्रेस छोड़ने पर दिग्विजय सिंह ने उन पर नेहरू-गांधी परिवार को धोखा देने का आरोप लगाया. सिंह ने कहा कि जिसके माध्यम से उन्होंने नाम और सम्मान अर्जित किया था, उसी को छोड़ दिया. वहीं, पूर्व विधायकों के कांग्रेस छोड़ने पर कहा कि जब कांग्रेस अच्छी नहीं, तो फिर कांग्रेस से चुनाव लड़कर विधायक क्यों बने थे. उन्होंने इंदौर के दो पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का भाजपा में जाने को लेकर कहा कि कुर्सी के चक्कर में नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं. हालांकि, कार्यकर्ता अब भी कांग्रेस के साथ है. ये बातें उन्होंने इंदौर दौरे के दौरान कही.
पहले दिलाई थी भगवान राम की मर्यादा की याद
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा था कि सुरेश, भला 50 साल का रिश्ता भी कोई यूं तोड़ता है.. आपको तो संघर्ष के दिनों में संबल बनकर साथ खड़ा होना था. क्या धर्म यह नहीं सिखाता कि अपनों के सुख-दुख में साथ रहें? राम मंदिर में आस्था उचित है, लेकिन राम की मर्यादा को क्यों भूल गए? सच का साथ देने के लिए संघर्ष के पथ पर निस्वार्थ चलने की सीख ही राम के प्रति सच्ची आस्था होती. बाक़ी सब स्वार्थ है. उन्होंने आगे लिखा था कि जिस नेहरू गांधी परिवार की बदौलत आपने समाज में नाम और सम्मान कमाया, उसे आप बेगाना कर गए. वह भी उनके लिए जिनके खिलाफ हम सब ने सारी लड़ाई लड़ी. अब भाजपा कह रही है कि आप उनके ही थे और घर वापस लौट रहे हैं. ख़ैर आप जो भी करें.. मगर राम के नाम पर न करें. यह राम की सीख तो नहीं है.
बोले- राम को तो मैं भी मानता हूं
वहीं, राम मंदिर के उद्घाटन में पार्टी के शामिल नहीं होने का बहाना बनाकर नेताओं के पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर कहा कि राम मंदिर में मैंने खुद चंदा दिया. अदालत के फैसले के बाद राम मंदिर का कांग्रेस ने स्वागत किया, लेकिन अधूरे मंदिर का लोकार्पण क्यों किया गया. यह सवाल है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती कि राम मंदिर का राजनीतिकरण हो.
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इन नेताओं ने छोड़ी है कांग्रेस पार्टी
दरअसल, मध्य प्रदेश में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम देखने का मिला है. यहां दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कांग्रेस के साथ पांच दशक के अपने संबंध को तोड़ते हुए शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए. पाला बदलने वाले नेताओं में सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद गजेंद्र राजूखेड़ी और कांग्रेस के कई पूर्व विधायक शनिवार की सुबह भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए. इनके अलावा कांग्रेस की भोपाल जिला इकाई के पूर्व अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पार्टी की छात्र शाखा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख अतुल शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक चंसोरिया भी पचौरी के साथ भाजपा में शामिल हुए.
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