Cold Wave Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में इस बार ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ शुरुआत की है. मौसम विभाग (IMD) ने 13 नवंबर को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अब मध्य प्रदेश में शीतलहर चलने वाली है. प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर का असर 16 नवंबर तक जारी रह सकता है.
राजधानी भोपाल, इंदौर, राजगढ़, सीहोर, रीवा और शहडोल जैसे शहरों में बीते दो-तीन दिन से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, मौसम वैज्ञानिकों ने अगले तीन दिनों तक प्रदेश में बारिश की संभावना से इंकार करते हुए “सीवियर कोल्ड डे” और “कोल्ड वेव” की चेतावनी जारी की है.
मौसम विभाग मौसम समाचार
मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा. भोपाल ,राजगढ़ और इंदौर में तीव्र शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया गया है. सिहोर, देवास, शाजापुर, शिवपुरी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, पन्ना, छत्तरपुर, टीकमगढ़, निवाडी, मैहर जिलो में शीतलहर का असर देखने को मिल सकता है. गुरुवार को
सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.5°C खंडवा में दर्ज किया गया और सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.7°C कल्याणपुर (शहडोल) में दर्ज हुआ.
Cold Wave Warning!
— India Meteorological Department (@Indiametdept) November 13, 2025
Cold wave conditions are likely to continue over Madhya Pradesh and Chhattisgarh till 16th November.
Stay Safe:
➤ Wear warm, layered clothes and cover your head, neck & feet.
➤ Avoid going outdoors early morning or late at night.
➤ Keep rooms ventilated… pic.twitter.com/zoz8755kwF
भारत मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को जारी अपने ताजा बुलेटिन में कहा है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 16 नवंबर तक ठंड का असर और बढ़ने वाला है. राज्य के कई हिस्सों में सुबह और देर रात तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री तक नीचे जा चुका है. राजगढ़ जिले में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है. वहीं, दिन का अधिकतम तापमान खंडवा में 30.5 डिग्री सेल्सियस तक रहा.
ठंड का रिकॉर्ड टूटा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मध्य प्रदेश में इस बार नवंबर की शुरुआत में ही ठंड ने बीते 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. आमतौर पर नवंबर के आखिरी हफ्ते में शीतलहर का असर दिखता है, लेकिन इस बार पहले सप्ताह से ही ठंड ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया. भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में भी रात के तापमान में भारी गिरावट आई है.
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर
मौसम विभाग के अनुसार, एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस वायुमंडल की ऊपरी सतह पर 3.1 किमी की ऊंचाई पर बना हुआ है. इसके साथ ही 33° उत्तरी अक्षांश और 82° पूर्वी देशांतर के आसपास एक ट्रफ उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ चुका है. फिलहाल यह सिस्टम प्रदेश के मौसम पर कोई प्रभाव नहीं डाल रहा है, लेकिन इसके कारण उत्तरी हवाएं और तेज हो गई हैं, जिससे ठंड का असर और बढ़ रहा है.
सर्दी से सुरक्षा और सावधानियां
IMD ने नागरिकों से अपील की है कि वे ठंड से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां बरतें.
- सुबह और देर रात बाहर निकलने से बचें.
- गर्म कपड़े और ऊनी मोजे पहनें, सिर व गले को ढककर रखें.
- बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें.
- हीटर या अंगीठी का प्रयोग करते समय कमरे को वेंटिलेटेड रखें.
- गुनगुना पानी और सूप जैसे तरल पदार्थ अधिक लें.