आज इंदौर के दौरे पर रहेंगे सीएम मोहन यादव, विश्व आर्द्रभूमि दिवस कार्यक्रम में होंगे शामिल

Mohan Yadav Visit to Indore: मुख्यमंत्री मोहन यादव शुक्रवार को इंदौर के दौरे पर रहेंगे. साथ ही सीएम विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2024 कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान सीएम नगर निगम परिसर हॉल का लोकार्पण करेंगे. 

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Mohan Yadav Visit to Indore: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav) शुक्रवार, 2 फरवरी को इंदौर (Indore) दौरे पर रहेंगे. इस दौरान सीएम नगर निगम परिसर हॉल का लोकार्पण करेंगे. साथ ही इंदौर शहर के सिरपुर वेटलैंड पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस मौके पर सीएम के साथ केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्रीअश्विनी चौबे (Ashwini Kumar Choubey) भी मौजूद रहेंगे.  

विश्व आर्द्रभूमि दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे सीएम 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज इंदौर के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान सीएम मोहन सुबह 11:00 बजे सिरपुर में विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2024 (World Wetland Day 2024) कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान सीएम के साथ केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्रीअश्विनी चौबे भी मौजूद रहेंगे. इसके बाद सीएम दोपहर 1:00 बजे  नगर निगम कार्यालय पहुंचकर नगर निगम परिसर हॉल का लोकार्पण करेंगे. 

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बता दें कि 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड दिवस 2024 के मौके पर इंदौर के सिरपुर तालाब पर अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें देशभर की 75 से ज्यादा रामसर साइट के प्रतिनिधियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, नगरीय प्रशासन वआवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, रामसर कंवेंशन आन वेटलैंड के सचिव डॉ मसुंडा मुंबा शामिल होंगे.

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2 फरवरी को मनाया जाता है विश्व वेटलैंड दिवस

हर साल 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड दिवस मनाया जाता है. वहीं विश्व में कई स्थान पर वेटलैंड रामसर साइट्स घोषित की गई हैं. जिसमें से इंदौर के सिरपुर तालाब और यशवंत सागर तालाब का भी नाम शामिल है. बता दें कि इंदौर स्थित सिरपुर वेटलैंड एक मानव निर्मित वेटलैंड है, जिसे पिछली दो शताब्दियों में प्राकृतिक विशेषताओं के साथ विकसित किया गया है.

लुप्त प्रजातियों को संरक्षण देती है सिरपुर वेटलैंड 

आमतौर पर पक्षी विहार (पक्षी अभ्यारण्य) के नाम से प्रसिद्ध ये स्थल एक उथली, क्षारीय, पोषक तत्वों से भरपूर झील है. साथ ही ये लुप्त प्रजातियों जैसे पौधे सहित जानवरों को संरक्षण देती है. ये लगभग 175 स्थलीय पौधों की प्रजातियों, छह मैक्रोफाइट्स, 30 प्राकृतिक और मछली प्रजातियों, आठ सरीसृपों और उभयचरों के जीवन के लिए जरुरी और अनुकूलनीय पर्यावरण उपलब्ध भी कराती है.

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