CM Mohan Yadav Return from Foreign Tour Today: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज यानी 19 जुलाई को विदेश दौरे से वापस लौटेंगे. हालांकि इससे पहले बार्सिलोना में ऐतिहासिक और स्थापत्य स्थलों का भ्रमण करेंगे. सबसे पहले प्रसिद्ध पार्क गुएल (Park Guell) के भ्रमण करेंगे. इसके बाद सीएम पिकासो संग्रहालय (Picasso Museum) और सग्रादा फैमिलिया चर्च (Sagrada Familia Church) का भ्रमण करेंगे.
पार्क गुएल का भ्रमण करेंगे सीएम मोहन
मुख्यमंत्री मोहन यादव स्पेन प्रवास के चौथे और अंतिम दिन यानी 19 जुलाई को बार्सिलोना की सांस्कृतिक व स्थापत्य धरोहर स्थलों का भ्रमण करेंगे. दिन की शुरुआत प्रसिद्ध पार्क गुएल के भ्रमण से होगी, जो आर्किटेक्चर और प्रकृति के मेल का अद्भुत प्रतीक है. इसके बाद सीएम मोहन यादव सागरादा फैमिलिया चर्च का भ्रमण करेंगे, जिसे विश्व की सबसे अनूठी निर्माण शैलियों में गिना जाता है.
आज दिल्ली वापस लौंटेगे सीएम मोहन यादव
इसके अलावा मुख्यमंत्री यादव बार्सिलोना स्थित विश्वप्रसिद्ध पिकासो संग्रहालय का भ्रमण करेंगे. सीएम का ये भ्रमण न केवल सांस्कृतिक समृद्धि में अनुभव होगा, बल्कि मध्य प्रदेश में रचनात्मक उद्योगों और कला से जुड़े क्षेत्रों में संभावनाओं की खोज की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहेगा. वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव आज बार्सिलोना से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
बार्सिलोना स्थित पार्क गुएल की खासियत और इतिहास
पार्क गुएल बार्सिलोना का सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है. यह पार्क बार्सिलोना की एक पहाड़ी पर आधुनिक वास्तुकला और स्थानीय प्रकृति का संगम है. इस पार्क का नाम गुएल, यूसेबी गुएल के नाम पर पड़ा, जो एक धनी उद्योगपति थे और इस जमीन के मालिक थे. वहीं इस पार्क को वास्तुकार एंटोनी गौडी ने डिजाइन किया था.
बता दें कि पार्क गुएल का निर्माण 1900 में शुरू हुआ था, तब यह पार्क एक महत्वाकांक्षी आवासीय परियोजना का हिस्सा था. वहीं इस पार्क का निर्माण कार्य 1914 तक जारी रहा. हालांकि 1906 में यह स्पष्ट हो गया था कि लक्जरी आवासीय पार्क का निर्माण असंभव है, लेकिन प्रथम विश्व युद्ध छिड़ने के बाद साल 1914 में पार्क गुएल का निर्माण कार्य रोक दिया गया.
पार्क के मालिक यूसेबी गुएल की 1918 में मृत्यु हो गई, जिसके बाद साल 1922 में गुएल के परिवार ने इस जमीन को बार्सिलोना की सिटी काउंसिल को बेच दिया. जिसके बाद इस पार्क को जनता के लिए खोल दिया गया. वहीं 1984 में इस पार्क को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया और तब से यह पार्क बार्सिलोना में पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बन गया है.
1963 में हुई थी पिकासो संग्रहालय की स्थापना
बार्सिलोना स्थित विश्वप्रसिद्ध पिकासो संग्रहालय की स्थापना 1963 में हुई थी. वहीं इसमें 16 कमरे हैं और लगभग 5,000 कलाकृतियों का संग्रह हैं. इस संग्रहालय को खोलने का विचार पिकासो की दोस्त जौम सबार्टेस का था. हालांकि 1968 में सबार्टेस की मृत्यु के बाद साल 1970 में पिकासो ने संग्रहालय को दान कर दिया.