भाजपा (BJP) शासित मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) को वहां के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) एक मॉडल स्टेट के रूप में पेश करते हैं. इसके साथ ही प्रदेश में चहुमुखी विकास का दावा भी किया जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों के बिल्कुल ही उलट है. हालात ये है कि प्रदेश में बुनियादी स्वास्थ्य सेवा भी बदहाल है. इतना ही नहीं जिला अस्पताल के स्टाफ का भी संवेदनहीन चेहरा एक बार फिर उस वक्त सामने आया जब एक युवक पहले अपनी पत्नी के इलाज के दर दर भटका और फिर खुद बेहोश होने पर किसी ने मदद के लिए आगे भी नहीं आया. वहीं बीमार पत्नी डॉक्टर और स्टाफ से मिन्नतें करते रही, लेकिन किसी का दिल भी नहीं पसीजा.
बीमार पत्नी लगाती रही मदद के लिए गुहार
दरअसल, ग्वालियर के जिला अस्पताल मुरार में अपनी पत्नी का इलाज कराने पहुंचा एक युवक भीषण गर्मी में इधर-उधर भटककर अस्पताल परिसर में बेहोश होकर गिर पड़ा. उसकी बीमार पत्नी सबसे मदद के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन सब तमाशबीन बने रहे. वहीं घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने ले बाद अस्पताल प्रबंधन ने संज्ञान लिया है.
ये घटना ग्वालियर के सबसे बड़े जिला चिकित्सालय मुरार की है, जहां करोड़ों रुपये खर्च कर अस्पताल का कायकल्प किया जा रहा है, लेकिन वहां मरीजों को मिलने वाली सुविधा की हालत कैसी है इसकी हकीकत बयां करने के लिए ये तस्वीरें काफी है.
पत्नी के इलाज के लिए दर-दर भटक रहा था पति
बता दें कि जिला अस्पताल मुरार में अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए पहुंचा युवक और उसकी पत्नी 44 डिग्री सेल्शियस में खुले आसमान के नीचे पड़े रहे. युवक ने डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के पास काफी दौड़धूप की, ताकि बीमार पत्नी को अस्पताल के अंदर जगह मिल जाये और उसे इलाज मिलने लगे, लेकिन वहां उसकी किसी ने कुछ नहीं सुना. वहीं भीषण गर्मी और पत्नी का इलाज न मिलने से परेशान युवक अपनी पत्नी के सामने ही बेहोश होकर गिर पड़ा. पैर से लाचार पत्नी डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों से मदद के लिए गुहार लगाती रही और अपने पति के इलाज के लिए मदद मांगती रही, लेकिन मदद के लिए न तो वार्ड बॉय आया और ना ही डॉक्टर.
जमीन पर ही युवक का किया गया इलाज
हालांकि काफी देर तक गुहार लगाने के बाद डॉक्टर मरीज के पास आया और उसने जमीन पर ही युवक का इलाज किया.
अब इस घटना का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वहीं जिला चिकित्सालय के कर्मचारी और डॉक्टर ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है.
ग्वालियर के सीएमएचओ डॉ आरके राजौरिया ने कहा कि तस्वीरें और वीडियो देखने के बाद उन्होंने घटना को संज्ञान में लिया है. उनका कहना है कि यह व्यवहार बहुत गलत है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी और स्टाफ के खिलाफ संज्ञान भी लिया जाएगा.
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