MP News in Hindi : राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार भले भी कोई उपाय कर लें, लेकिन लेकिन वे डमी वाली छवि से बाहर नहीं निकल पा रहीं. पद भले ही महिला के नाम दर्ज हो. हस्ताक्षर और अगूठा लगाने का अधिकार भी उन्हीं को मिला हो, लेकिन उनकी जगह पर कोई अन्य व्यक्ति ही काम करता है. सतना जिले में कई ऐसी महिला नेताएं हैं जो केवल नाम की अध्यक्ष, पार्षद या जिला-जनपद सदस्य हैं. लेकिन उनकी जगह पर नजदीकी रिश्तेदार या फिर थर्ड पार्टी रौब दिखाती घूमती है. ऐसे ही एक मामला बीते दिनों नगर परिषद जैतवारा में सामने आया था. दरअसल, यहां पर अध्यक्ष पद पर रेनू डोहर हैं. लेकिन काम में दखलंदाजी उनके पति या फिर देवर की रहती है. यही वजह है कि CMO ने चिठ्ठी लिखकर पति और देवर पर FIR की चेतावनी दी है.
महिला अध्यक्ष की जगह अन्य सदस्य संभालते हैं सारी ज़िम्मेदारी
दरअसल, नगर परिषद जैतवारा का अध्यक्ष रेनू डोहर को चुना गया है. जबकि अध्यक्ष का ताम-झाम उनके पति रामलखन डोहर या फिर देवर रामजी डोहर चलाते हैं. इसी कारण आए दिन कर्मचारियों और अध्यक्ष के बीच तनातनी का माहौल पैदा हो जाता है. अध्यक्ष की जगह कर्मचारियों को यह लोग दिशा निर्देश देते हैं. वहीं, जब कर्मचारी बात नहीं मानते तो फिर नौकरी से निकलवाने की धमकी तक देते हैं. ऐसे में कर्मचारियों की शिकायत पर CMO शैलेन्द्र ओझा ने अध्यक्ष को पत्र लिखकर आगाह किया है.
जानिए कैसे उठा विवाद ?
बताया जाता है कि नगर परिषद की अध्यक्ष जब से रेनू डोहर बनीं. तब से अध्यक्ष एक और चेहरे अनेक हैं. कुछ ठेकेदार है तो कुछ परिवार के नजदीकी रिश्तेदार. यह लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से काम कराते हैं. चूंकि रेनू BJP समर्थित हैं. ऐसे में उन्हें अधिकारियों पर दबाव बनाने का कथित लायसेंस मिला हुआ है. इसी धौंस में पिछले दिनों स्टोर प्रभारी लालजी विश्वकर्मा से अध्यक्ष के देवर रामजी उर्फ छोटू ने गाली-गलौज कर दी. बताया जाता है कि एक टेबिल का मेंटीनेंस कराया गया था. जिसके संबंध में अध्यक्ष से सहमति नहीं ली गई. इसी बात पर देवर भड़क गया और कर्मचारी को अध्यक्ष चेंबर में बुलाकर अपशब्द कह दिए. कर्मचारी ने पलटवार करते हुए इस मामले में CMO से शिकायत की और CMO ने 28 मार्च को अध्यक्ष के नाम चिट्ठी लिख दी. अब यही चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल है. मामले को लेकर CMO शैलेन्द्र ओझा ने बताया कि पत्र लिखकर उन्हें समझाने के लिए कहा है. यदि स्थितियों में सुधार नहीं हुआ तो नियम के अनुसार FIR दर्ज कराएंगे. इस मामले में अध्यक्ष से फोन पर संपर्क किया गया. लेकिन बात नहीं हो सकी.