पिता की खुदकुशी और मां की हत्या के बाद अनाथ हुए बच्चे, शासन ने उठाई जिम्मेदारी

कलेक्टर ने कहा कि परिस्थितियां सामान्य होने के बाद दोनों बच्चों की काउंसलिंग भी कराई जाएगी ताकि इस घटना का असर उनके बालमन पर न पड़े.

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पिता की खुदकुशी और मां की हत्या के बाद अनाथ हुए बच्चों का शासन बना सहारा

Ratlam News: रतलाम जिले के ढोढर में एक महिला को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया था. निर्मला राठौर नामक महिला की मौत (Murder in Ratlam) के बाद उसके दोनों बच्चे अनाथ और बेसहारा हो गए थे जिन्हें अब सरकार ने सहारा दिया है. दोनों बच्चों को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना (Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana) के तहत प्रतिमाह आर्थिक मदद दी जाएगी.  

कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने बताया कि दोनों बच्चों, पुत्र कार्तिक (11 वर्ष) और पुत्री प्रीती (8 वर्ष), को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत हितग्राही के रूप में सूचीबद्ध कर लिया गया है. प्रत्येक बच्चे को शासन की ओर से चार हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे. योजना की मदद से दोनों बच्चों को कुल 8 हजार रुपए प्रतिमाह प्राप्त होंगे. इसके अलावा दोनों बच्चों को अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट के अंतर्गत भी पीड़ित प्रतिकर राशि दी जाएगी.

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जेठ ने बहू को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया

कलेक्टर ने बताया कि फिलहाल परिवार का एक बच्चा नवोदय में पढ़ रहा है. आगे भी शिक्षा और अन्य सहायता की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. गौरतलब है कि 23 तारीख को जिले के ढोढर में जेठ ने पहले तो बहू के साथ मारपीट की और उसके बाद महिला को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया, जिसमें महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी. पूरे मामले का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें आरोपी डंडा लेकर खड़ा हुआ दिखाई दे रहा था और महिला जल रही थी.

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बच्चों के पिता ने कर ली थी आत्महत्या

मां की मौत के बाद दोनों बच्चे अनाथ हो गए थे. महिला के पति ने 6 महीने पहले ही आत्महत्या कर ली थी और शंका के चलते जेठ ने महिला को जिंदा जला दिया. बच्चों के अब माता-पिता दोनों ही इस दुनिया में नहीं हैं जिसके चलते प्रशासन ने यह फैसला लिया है. कलेक्टर ने कहा कि परिस्थितियां सामान्य होने के बाद दोनों बच्चों की काउंसलिंग भी कराई जाएगी ताकि इस घटना का असर उनके बालमन पर न पड़े.

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