Doctor Praveen Soni Arresting Case: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देश भर के डॉक्टर से आग्रह किया है कि वह काली पट्टी धारण कर ही चिकित्सकीय कार्य करें.यह डॉक्टर प्रवीण सोनी की गिरफ्तारी के विरोध में लिया गया निर्णय है.
ये अपील की गई
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिलीप भानुशाली, मानद महासचिव डॉ. सरबरी दत्ता
ने एक पत्र जारी करते हुए कहा है कि हाल ही में मध्यप्रदेश में एक सम्मानित बाल रोग विशेषज्ञ (पीडियाट्रिशियन) की गिरफ्तारी से भारतीय चिकित्सा संघ गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त करता है. यह गिरफ्तारी उन बच्चों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के बाद की गई है, जिनकी जान दूषित कफ सिरप के सेवन से गई थी.
जैसा कि आप अवगत हैं, IMA ने इस अन्यायपूर्ण कार्रवाई के विरोध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. हमने यह स्पष्ट किया है कि यह गिरफ्तारी न केवल अनुचित है, बल्कि चिकित्सा जिम्मेदारियों की गंभीर गलत व्याख्या को भी दर्शाती है.
इनका कहना है कि डॉक्टर, सरकारी अनुमोदन प्राप्त दवाओं को निर्धारित मानकों और नियमों के अनुसार ही लिखते हैं. यदि किसी दवा के निर्माण में त्रुटि होती है, तो उसकी जिम्मेदारी निर्माता कंपनी की होती है — न कि उस चिकित्सक की जिसने दवा को सद्भावना और चिकित्सकीय विवेक से लिखा हो. इस प्रकार की कार्रवाई न केवल चिकित्सा पेशे के सम्मान को ठेस पहुंचाती है, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय के मनोबल को कमजोर करती है.
ये भी कहा
IMA की ओर से कहा गया है कि इस अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी के विरोध और हमारे साथी के समर्थन में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन देशभर के सभी सदस्यों से आग्रह करती है कि वे अपने दैनिक चिकित्सकीय कार्यों के दौरान काले बैज या रिबन धारण करें. यह शांतिपूर्ण विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक हमारे साथी की रिहाई नहीं हो जाती और झूठे मुकदमे को वापस नहीं लिया जाता.यह प्रतीकात्मक विरोध हमारे सामूहिक स्वरूप में यह संदेश देगा कि ईमानदार चिकित्सा सेवा को अपराध नहीं बनाया जा सकता.इस शांतिपूर्ण आंदोलन में शामिल हों और अपने संस्थानों व समुदायों में इस संदेश को प्रसारित करें. एककजुट होकर हम चिकित्सा पेशे की गरिमा और सुरक्षा की रक्षा करेंगे.
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