Shivpuri News : शिवपुरी जिले से एक हैरान करने वाली खबर आई है, जहां स्थानीय श्मशान घाट पर एक 56 साल की महिला के अंतिम संस्कार के दौरान अजीबोगरीब घटना घटी. लगभग 12:00 बजे मुक्तिधाम के पास अचानक हलचल शुरू हो गई. बताया गया कि मृत महिला के शरीर में हलचल देखी जा रही थी और उसे पसीना आ रहा था. मौके पर ही उसे सीपीआर (CPR) दिया गया और एंबुलेंस बुलाई गई. इसके बाद मेडिकल कॉलेज से एंबुलेंस पहुंची और मृत महिला को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया.
वहां, डॉक्टरों ने महिला का दोबारा जांच किया और उसे फिर से मृत घोषित कर दिया. बताया गया कि गुरुवार रात 10:41 बजे ही मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने इस महिला को मृत करार कर दिया था, लेकिन परिवार के जिंदा होने के दावे के बाद उसे दोबारा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे फिर से मृत घोषित किया. डॉक्टर का कहना था कि मृत शरीर में कुछ घंटे तक हलचल देखी जा सकती है, लेकिन यह केवल एक भ्रम होता है.
कैसे हुआ जिंदा होने का भ्रम?
परिवार वालों ने दावा किया कि उन्होंने मृत महिला के हाथों को हिलते देखा और उसके माथे पर पसीना भी देखा. यह देखकर परिजन खुश हो गए और उन्हें लगा कि उनकी मृतक परिवार की सदस्य वापस जिंदा हो गई है. तुरंत मेडिकल कॉलेज को फोन लगाया गया. जहां डॉक्टर ने CPR देने की सलाह दी और एंबुलेंस भेज दी गई. हालांकि, मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टरों ने कहा कि यह केवल भ्रम था और महिला की सांस नहीं लौटी थी.
इसे लेकर क्या बोले डॉक्टर ?
मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर उत्सव तिवारी ने महिला का दोबारा परीक्षण किया और उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर तिवारी का कहना था कि मृत्यु के बाद कुछ घंटों तक शरीर में हलचल हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि शरीर जिंदा है. शरीर के अंगों के सिकुड़ने के कारण ऐसी हलचल होती है, जिससे लगता है कि शरीर में कुछ गतिविधि हो रही है.
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अंत में हुआ अंतिम संस्कार
महिला को टाइफाइड था, और उसे अस्पताल से मेडिकल कॉलेज शिवपुरी भेजा गया था, जहां गुरुवार रात उसकी मौत हो गई थी. शुक्रवार दोपहर उसका अंतिम संस्कार होना था, लेकिन इस घटना के चलते अंतिम संस्कार शाम को हो सका.
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