स्कूल में मासूम से दुष्कर्म का मामला, स्कूल की मान्यता होगी रद्द, शिक्षा विभाग खुद चलाएगा स्कूल

निजी स्कूल में मासूम के साथ हैवानियत की घटना के बाद फिलहाल स्कूल को सील कर दिया गया है. उक्त स्कूल को शिक्षा विभाग संचालित करेगा. जिला शिक्षा अधिकारी ने सरकारी प्राचार्य को स्कूल में नियुक्त कर दिया है. शुक्रवार से फिर स्कूल संचालित होगा. पैरेंट्स को सूचित किया गया है.

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Rape Case In Bhopal: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक निजी स्कूल में एक 3 वर्षीय मासूम बच्ची से दुष्कर्म मामले में शिक्षा विभाग ने स्कूल की मान्यता रद्द करने और स्कूल को खुद चलाने का ऐलान किया है. राजधानी के कमला नगर थाना क्षेत्र में स्थित निजी स्कूल में 3 साल की मासूम के साथ हैवानियत की घटना कें बाद हड़कंप फैल गया था.

निजी स्कूल में मासूम के साथ हैवानियत की घटना के बाद फिलहाल स्कूल को सील कर दिया गया है. उक्त स्कूल को शिक्षा विभाग संचालित करेगा. जिला शिक्षा अधिकारी ने सरकारी प्राचार्य को स्कूल में नियुक्त कर दिया है. शुक्रवार से फिर स्कूल संचालित होगा. पैरेंट्स को सूचित किया गया है.

मान्यता निरस्त करने का प्रस्ताव भेजा गया

जांच में पाया गया स्कूल बच्चों की सुरक्षा दे पाने में विफल रहा है. स्कूल में 324 बच्चे पढ़ते हैं. इसलिए स्कूल की मान्यता अगले सत्र से रिन्यू नहीं की जाएगी. शिक्षा विभाग द्वारा अगले सत्र में स्कूल की मान्यता निरस्त करने का प्रस्ताव भी भेजा गया. भोपाल के कमला नगर थाना क्षेत्र के निजी स्कूल में तैनात शिक्षक द्वारा बच्ची के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया था.

 17 सितंबर को स्कूल में बच्ची के साथ हुआ था रेप

17 सितंबर को उक्त नामी स्कूल में मासूम के साथ रेप को अंजाम दिया गया था. आरोपी स्कूल का आईटी टीचर है. इससे पहले एक स्कूल टीचर पर 6 साल की मासूम ने वैन में बैड टच का आरोप लगाया. उसी दिन भोपाल में ही एक नामी स्कूल के शिक्षक पर आरोप लगा था कि उसने एक छात्र को परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर 1 साल तक उसका यौन शोषण किया और उसके आपत्तिजनक वीडियो भी बनाएं थे. 

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मासूम की दुष्कर्म के बाद बेरहमी से हत्या की थी

उल्लेखनीय है बीते सप्ताह भोपाल में 5 साल की मासूम बच्ची का शव एक कमरे में पानी की टंकी पर मिला था. इस मामले में मासूम की दुष्कर्म के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. तीन दिनों तक भोपाल की सड़कों इस घटना को लेकर खूब विरोध हुआ था और करीब 100 से अधिक पुलिस बल ड्रोन की मदद से 1000 फ्लैटों की तलाशी ली थी. लेकिन जिस कमरे में मासूम का शव था उसकी जांच करने में देरी कर दी थी. शर्म का बात ये है ऐसी घटनाओं में कोई कमी नहीं हो रही है. 

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