MP By-Poll News: मध्य प्रदेश में बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. 13 नवंबर को मतदान होना है और इसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. इन उपचुनाव ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है, क्योंकि दोनों सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. यानी दोनों ही दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.लिहाजा, दोनों ही पार्टियों ने इन सीटों पर जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
शिवराज सिंह चौहान के गढ़ में है भाजपा की परीक्षा
बुधनी विधानसभा सीट, जो लंबे समय से पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गढ़ मानी जाती है, उनके सांसद बनने के बाद खाली हुई है. शिवराज सिंह यहां पिछले 5 बार से विधायक के रूप में जीत हासिल कर चुके हैं और अब इस सीट पर भाजपा के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल के बीच सीधा मुकाबला है.
363 मतदान केंद्र बनाए गए हैं
बुधनी में 2,76,397 मतदाता हैं, जिनमें 1,43,111 पुरुष और 1,33,280 महिलाएं हैं. इस क्षेत्र में कुल 20 उम्मीदवार मैदान में हैं. हालांकि, मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही दिखाई दे रहा है. साथ ही, इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी और बीएपी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जो संभावित रूप से वोटों को विभाजित कर सकते हैं. उपचुनाव के लिए यहां 363 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, और 1,597 मतदान कर्मी चुनाव में तैनात रहेंगे.
आदिवासी बहुल विजयपुर विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला
विजयपुर विधानसभा श्योपुर जिले में स्थित है. यह एक आदिवासी बहुल सीट है. यहां उपचुनाव कांग्रेस से छह बार विधायक रहे रामनिवास रावत के दल बदलने के कारण हो रहा है. अब रावत बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने मुकेश मल्होत्रा को मैदान में उतारा है. दिलचस्प बात यह है कि दोनों ही दलों के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और इस बार दल बदलकर आमने-सामने हैं.
बीजेपी और कांग्रेस के बीच है मुख्य मुकाबला
विजयपुर में कुल 2,54,714 मतदाता हैं, जिनमें से 1,33,581 पुरुष और 1,21,131 महिलाएं हैं. यहां भी 327 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 164 को संवेदनशील माना गया है. कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है.
सियासी समीकरण और वोटर का प्रभाव
बुधनी और विजयपुर, दोनों सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. बुधनी में ब्राह्मण और ओबीसी मतदाताओं का रुझान महत्वपूर्ण हो सकता है, जबकि विजयपुर में आदिवासी वोटर की भूमिका निर्णायक होगी. विजयपुर के आदिवासी बहुल क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही विकास और कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुख मुद्दा बना रहे हैं, जबकि बुधनी में शिवराज सिंह के प्रभाव को कायम रखना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है.
सुरक्षा और मतदान की तैयारियां
चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. दोनों ही क्षेत्रों में प्रशासन ने सुरक्षा बलों की तैनाती की है. बुधनी और विजयपुर, दोनों सीटों पर सत्ताधारी और विपक्षी दलों की प्रतिष्ठा दांव पर है, और राज्य की राजनीति के इस अहम मोड़ पर यह उपचुनाव उनकी भविष्य की राजनीति को आकार दे सकता है.
बीजेपी के लिए प्रचार की कमान
बुधनी में बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान,प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दो दर्जन छोटी बड़ी सभाएं की. आधा दर्जन मंत्री जाति गत समीकरण के हिसाब से तैनात किए गए. बुधनी और विजयपुर दोनों जगह पर बीजेपी के स्टार कैंपेनर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अभी तक चुनाव प्रचार से दूरी देखने को मिली.
कांग्रेस के लिए प्रचार की कमान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, राज्य सभा सांसद विवेक तंखा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह, अजय सिंह राहुल ने तीन दर्जन से ज्यादा छोटी बड़ी सभाएं की कांग्रेस का जोर नुक्कड़ सभाओं पर ज्यादा रहा.
ये भी पढ़ें- Shahrukh Khan को धमकी देने के आरोप में जिस युवक को किया गया गिरफ्तार, उसके वकील ने किया चौंकाने वाला खुलासा
M