Wushu Championship: किसी ने सच ही कहा है, "मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. इसे सीधी जिले की बेटी प्रियंका ने सच कर दिखाया है. प्रियंका ने एक बार फिर से भारत की ओर से खेलते हुए नाम रोशन किया है. बुशू इंटरनेशनल चैंपियन प्रतियोगिता (Bushu International Champion Competition) में सिल्वर मेडल (Silver Medal) हासिल कर भारत का मान बढ़ाया है.
एथेंस ग्रीस में 28 फरवरी से 2 मार्च 2025 तक आयोजित एक्रोपोलिस इंटरनेशनल ओपन वूशु चैंपियनशिप में शामिल हुई और 48 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर अपने देश का नाम रोशन किया. प्रियंका केवट इसके पहले भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता हासिल कर चुकी हैं. एक बार फिर से भारत की ओर से खेलते हुए विश्व चैंपियन प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतकर साबित कर दिया है कि बेटियां किसी से कम नहीं है.
14 देश के खिलाड़ियों ने लिया भाग
भारत के अलग-अलग राज्यों से कुल 25 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था, जिसमें एक खिलाड़ी वुशु की सीधी जिले मध्य प्रदेश की भी थी. इस प्रतियोगिता में 14 देश ने भाग लिया था, जिसमें इंडिया को 9 गोल्ड, 8 सिल्वर, 5 ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त हुए.
प्रियंका केवट माता-पिता हुआ कोच को दिया श्रेय
अपनी जीत पर प्रियंका ने कहा कि भारत की ओर से खेलते हुए सिल्वर मेडल जीतने की खुशी कम है, क्योंकि गोल्ड मेडल पर नजर थी. फिर भी जो कुछ हासिल हुआ है, उसके लिए इसका श्रेय माता-पिता व कोच मानिंद शेर अली खान, जिला खेल प्रशिक्षक खेल एवं युवा कल्याण विभाग सीधी को जाता है. सीधी जिले की बेटी प्रियंका केवट के पिता शिवराज केवट और माता सोनिया केवट सीधी के पुराना स्टेट बैंक के पास पुलिस लाइन में है.
उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी अरविंद श्रीवास्तव एवं सभी खेल प्रेमियों सहित मध्य प्रदेश सहित सीधी में हर्ष व्याप्त है.
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