'केलों की बारात'! व्यापारी ने किसानों से खरीदा 10 गाड़ी केला, सजा-धजा कर निकाला जुलूस

बुरहानपुर में एक ओर केला व्यापारी रवि महाजन ने 10 गाड़ी ‘banana barat’ सजाकर किसानों को बाजार से 200 रुपये अधिक भाव देकर प्रोत्साहित किया, वहीं दूसरी ओर खकनार के banana farmers MSP और मौसम आधारित insurance की मांग को लेकर अर्धनग्न आंदोलन कर रहे हैं.

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Burhanpur Banana Farmers Protest: बुरहानपुर जिले में जहां केला किसान इन दिनों कम दाम और बीमा योजना की मांग को लेकर आंदोलित हैं, वहीं नेपानगर तहसील के डाभियाखेड़ा गांव में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला. यहां केला व्यापारी रवि महाजन ने किसानों से 10 गाड़ियां केला खरीदा और इन वाहनों को फूल-मालाओं व सजावट से सजा कर बैंड-बाजे के साथ चल समारोह की तरह जुलूस निकाला.

इस अनोखी ‘केला बारात' को देखकर ग्रामीण दंग रह गए और सभी ने इसे अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

व्यापारी ने बढ़ाया किसानों का मनोबल

व्यापारी रवि महाजन का कहना है कि दीपावली के मौके पर उन्होंने किसानों को केले का भाव बाजार से 200 रुपये प्रति क्विंटल अधिक देकर यह खरीद की है. उन्होंने कहा कि यह कदम किसानों और केला व्यापारियों को प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है, ताकि संकट की घड़ी में सकारात्मक संदेश भेजा जा सके. ग्रामीणों ने भी इस पहल की सराहना की.

किसानों का अर्धनग्न आंदोलन जारी

दूसरी ओर, जिले के खकनार आदिवासी ब्लॉक में केला किसान आंदोलन जारी है. बुधवार को किसानों ने केले पर एमएसपी लागू करने और 2018 से बंद मौसम आधारित फसल बीमा योजना बहाल करने की मांग को लेकर अर्धनग्न प्रदर्शन किया. किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, उनका संघर्ष जारी रहेगा.

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किसान का कपड़े-जूते त्यागने का संकल्प

खकनार के किसान किशोर वासनकर ने सरकार की उदासीनता से आहत होकर एक भावनात्मक कदम उठाया. उन्होंने ऐलान किया कि जब तक केले पर मौसम आधारित बीमा व एमएसपी लागू नहीं होते, तब तक वे न तो शर्ट पहनेंगे और न ही जूते-चप्पल. बुधवार को वे अर्धनग्न अवस्था में कलेक्टर हर्ष सिंह से मिले और गुरुवार के आंदोलन की जानकारी दी.

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एक तरफ बारात, दूसरी ओर संघर्ष

एक ओर केला व्यापारी की 'केलों की बारात' जैसी सकारात्मक पहल है, तो दूसरी ओर किसानों का दुख और संघर्ष चरम पर है. यही तस्वीर आज बुरहानपुर में कृषि व्यवस्था की दो अलग-अलग हकीकतों को बयां कर रही है.

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