Chhattisgarh Train Accident: बिलासपुर रेल हादसे के एक दिन बाद उप मुख्यमंत्री अरुण साव बुधवार को बिलासपुर पहुंचे. उन्होंने हादसे में घायल यात्रियों से मुलाकात की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की. साव ने सिम्स, अपोलो, रेलवे अस्पताल और अरपा मेडिसिटी जैसे विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर मरीजों की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि घायलों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न हो और उन्हें बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए.
अस्पतालों का दौरा और घायलों से बातचीत
उप मुख्यमंत्री साव ने घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात के दौरान उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी. इस दौरान उनके साथ महापौर पूजा विधानी, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसपी रजनेश सिंह, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी मौजूद रहे. अधिकारियों ने राहत और मुआवजे से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए.
11 की मौत, 20 घायल
गौरतलब है कि 4 नवम्बर को बिलासपुर के लाल खदान क्षेत्र में हुए इस दर्दनाक रेल हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 यात्री घायल हुए हैं. घायलों का इलाज फिलहाल चार अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है. कई गंभीर घायलों को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. प्रशासन की ओर से घायलों के परिवारों को आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.
रेल यातायात पर बड़ा असर
हादसे का सीधा असर रेल यातायात पर पड़ा है. बिलासपुर रेल रूट पर कई गाड़ियां देर से चल रही हैं. यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आजाद हिंद एक्सप्रेस, पोरबंदर एक्सप्रेस और हावड़ा मेल सहित कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 5 घंटे तक लेट चल रही हैं. हावड़ा मेल जो सुबह 5 बजे पहुंचनी थी, वह दोपहर 12 बजे बिलासपुर स्टेशन पहुंची.
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़, 3 नक्सलियों के मारे जाने की खबर
देर रात तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
मंगलवार देर शाम जब मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेन के बीच जोरदार टक्कर हुई, तो मौके पर अफरातफरी मच गई. राहत-बचाव कार्य देर रात तक चलता रहा. रेलवे कर्मियों और प्रशासनिक टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और ट्रैक की मरम्मत शुरू की. इस दौरान कई ट्रेनों को दूसरे प्लेटफॉर्म या वैकल्पिक रूट से संचालित किया गया.
प्रशासन और सरकार पूरी तरह अलर्ट
हादसे के बाद से प्रशासनिक अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और कहा है कि दोषियों की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन: RTI में खुलासा- 20 महीने से रुका है HPV प्रोजेक्ट, हर दिन 200 महिलाओं की जा रही जान