Bhopal Metro Train Journey: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) और केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार 20 दिसंबर को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत ₹5,800 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया. इस अवसर पर भोपाल महानगर क्षेत्र का भी शुभारंभ किया गया और की सौगात दी गई. सीएम मोहन यादव ने कहा आज भोपाल मेट्रो के माध्यम से प्रदेश, विकास के नए युग में प्रवेश कर रहा है. एक साल के अंदर इंदौर और भोपाल को मिली मेट्रो ट्रेन की सौगात विशेष है. इसके साथ ही प्रदेश में दो मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र भी विकसित हो रहे हैं, जो विकास को नई दिशा और गति देंगे.
Bhopal Metro Train: सीएम मोहन की 'मनोहर' मेट्रो यात्रा
Photo Credit: Ajay Kumar Patel
मेट्रो जहां भी चलती है वहां विकास को पंख लग जाते हैं : सीएम मोहन
ट्रेन ऐसी चली है कि आनंद आ गया. परमात्मा की दया से मौसम भी इतना अच्छा है और ऊपर से नजारा इतना अच्छा लग रहा है. ट्रेन से भोपाल इतना सुंदर है इसका एहसास भी हो रहा है. कहीं ऊपर से ब्रिज से कोई गाड़ी ऐसे लग रही है जैसे ट्रेन के ऊपर गाड़ियां जा रही हो. मेट्रो जहां भी चलती है वहां विकास को पंख लग जाते हैं. विकास का नई एक कहानी प्रारंभ होती है. और मैं मान के चलता हूं कि जिस प्रकार से माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अलग-अलग सौगात मिल रही है. इसमें शहरी दृष्टि से शहरी ट्रांसपोर्ट की दृष्टि से यह बहुत बड़ी सौगात है. मेरी अपनी ओर से हृदय से माननीय खट्टर साहब का अभिनंदन है. वंदन है. मध्य प्रदेश सरकार की ओर से अभिनंदन है. हम सब आपके माध्यम से जब एक यहां मेट्रो की शुरुआत ले रहे हैं. ऐसे इंदौर में अंडर ग्राउंड मेट्रो की बात थी आपने आशीर्वाद दिया है कि वो समस्या भी हल करेंगे और उसके लिए धनराशि का प्रबंधन भी करेंगे. साथ ही साथ और जैसी जहां जो आवश्यकता है आप सब प्रकार से सहयोग करने के लिए मध्य की विकास के साथ और कदम से कदम मिलाकर भारत सरकार साथ में भी चल रही और सच में डबल इंजन की सरकार का लाभ हमको मिल रहा है.
भोपाल मेट्रो सेवा वाला देश का 26वां शहर : केंद्रीय मंत्री खट्टर
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि "भारत देश का हृदय और एक बहुत प्राचीन नगरी राजा भोज की यह नगरी, झीलों की यह नगरी, इसकी शान आज मेट्रो के चलने से और ज्यादा बढ़ी है. मेट्रो बढ़ने से यहां का हर नागरिक अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेगा क्योंकि मेट्रो जहां होती है उस शहर को लगता है कि मैं बाकी शहरों से कहीं और ऊंचा उठ गया हूं. एलिवेटेड जब यह यानी एलिवेटेड जब रेल लाइन मेट्रो की होती है तो हर नागरिक भी अपने आप को एलिवेटेड समझता है."
"7 किलोमीटर की ये लाइन आज चालू हुई है. आने वाले 2 वर्ष में 30 कि.मी. की जो दोनों लाइनें यहां निर्वाणाधीन हो जाएंगी. अब, वह 2 वर्ष के अंदर पूर्ण होंगी और भोपाल को एक कोने से लेके दूसरे कोने तक हर नागरिक को मेट्रो का सफर करने का एक आनंद मिलेगा. मैं आज ये कह सकता हूं कि भारतवर्ष में मेट्रो का जिस प्रकार से तेज गति से हम इस प्रगति को देख रहे हैं. 2002 में देश के उस समय के प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जो पहली लाइन का दिल्ली में उद्घाटन किया था. मात्र 5 किलोमीटर की वो लाइन थी. आज इस लाइन को बनने में 1090 कि.मी. की लाइन आज संचालित हो चुकी है. और लगभग 900 कि.मी. पाइप लाइन में जैसे ही लगभग 300 कि.मी. और लाइन बनती है तो आप सुनकर के आश्चर्य भी होगा, खुश भी होंगे कि दुनिया के अंदर हमारा देश चाइना के बाद दूसरे नंबर पर आ जाएगा मेट्रो की लाइन में. तो एक हमारी प्रगति देश का जो 2047 तक विकसित भारत बनना आत्मनिर्भर भारत बनना उसके अंदर मेट्रो का भी अपना एक योगदान रहेगा."
अमेरिका से आगे निकलेगा भारत
केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को कहा कि मेट्रो रेल नेटवर्क की कुल लंबाई के मामले में भारत जल्द ही अमेरिका को पीछे छोड़ देगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत मेट्रो रेल कॉरिडोर की कुल लंबाई के मामले में विश्व में तीसरे स्थान पर है. खट्टर ने कहा, “भोपाल देश का 26वां शहर बन गया है, जहां मेट्रो सेवा शुरू हुई है. मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई के मामले में भारत 1,083 किलोमीटर के साथ दुनिया में तीसरे स्थान पर है. आज जोड़े गए सात किलोमीटर के साथ यह आंकड़ा 1,090 किलोमीटर हो गया है.”उन्होंने बताया कि चीन इस सूची में पहले स्थान पर है, जबकि अमेरिका 1,400 किलोमीटर के मेट्रो नेटवर्क के साथ दूसरे स्थान पर है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, “देश में लगभग 900 किलोमीटर लंबी मेट्रो परियोजनाओं का काम जारी हैं. इनमें से 300 किलोमीटर के जुड़ने के साथ ही भारत अमेरिका को पीछे छोड़ देगा.” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह जन परिवहन परियोजना शहर की व्यस्त सड़कों पर यातायात को सुगम बनाएगी और प्रदूषण कम करने में भी मददगार होगी. भोपाल मेट्रो के पहले चरण के तहत ‘ऑरेंज लाइन' का प्राथमिक कॉरिडोर लगभग सात किलोमीटर लंबा है, जिसमें आठ एलिवेटेड स्टेशन शामिल हैं.
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