MP Nursing College: मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेज के 10000 स्टूडेंट्स के लिए राहत की खबर है. जिन कॉलेजों को CBI ने अपात्र घोषित कर दिया था, उन 66 कॉलेजों के विद्यार्थियों को परीक्षा के बाद दूसरे कॉलेजों में शिफ्ट किया जाएगा. अनसूटेबल कॉलेज के नाम सामने आने के बाद बच्चों के भविष्य पर तलवार लटकी हुई थी. उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने आयुक्त चिकित्सा शिक्षा और संचालक नर्सिंग को ऐसे कॉलेज चिह्नित करने के लिए कहा है. ऐसा हो जाने से छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी.
ये है मामला
दरअसल मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाले का पर्दाफाश हुआ था. CBI ने हाईकोर्ट के निर्देश पर 308 नर्सिंग कॉलेज की जांच की थी. जांच में 179 कॉलेज मापदंड के अनुसार पात्र, 66 अपात्र और 73 कॉलेज में कुछ कमियां पाई थी. इसके बाद छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया था.
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कार्रवाई की मांग
सरकार के फैसले पर नर्सिंग घोटाले को उजागर करने वाले विसल ब्लोअर रवि परमार ने कहा कि सरकार की गलती की वजह से छात्र भुगत रहे हैं. सरकार को परीक्षा का इंतजार नहीं करना चाहिए, बिना परीक्षा का इंतजार किए सूटेबल पात्र कॉलेजों में शिफ्ट किया जाए. दोषी अधिकारियों पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
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