Farmaan Against Brahmins: भिंड में भी 'इटावा' जैसा कांड, ग्रामीण बोले-अब ब्राह्मणों से नहीं कराएंगे कोई धार्मिक कर्मकांड'

Bhind News: महिला कथावाचक के विरोध को अपमान मानते हुए ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर जारी एक फरमान में कहा कि अब वो ब्राह्मणों से कोई भी धार्मिक कर्मकांड नहीं कराएंगे. इसी बीच त्रयोदशी भोज में ब्राह्मणों को बुलाने पर एक परिवार का सामाजिक बहिष्कार भी कर दिया गया.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Etawah like incident in bhind where villagers order against brahamins

Order against Brahmins: उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक की चुटिया काटने का कांड का मामला अभी थमा भी नही था कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मौ नगर पंचायत क्षेत्र के बड़ेरा गांव के ग्रामीणों ने महिला कथावाचक का विरोध करने पर आक्रोशित होकर ब्राह्मणों से कोई भी धार्मिक और सामाजिक कर्मकांड नहीं कराने का फरमान सुना दिया है. 

महिला कथावाचक के विरोध को अपमान मानते हुए ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर जारी एक फरमान में कहा कि अब वो ब्राह्मणों से कोई भी धार्मिक कर्मकांड नहीं कराएंगे. इसी बीच त्रयोदशी भोज में ब्राह्मणों को बुलाने पर एक परिवार का सामाजिक बहिष्कार भी कर दिया गया.

ये भी पढ़ें-Road Sink: ग्वालियर में अचानक फिर धंसने लग गई सड़क, गड्ढे में समा गई चलती कारें, बुलानी पड़ी क्रेन

यूपी के इटावा जिले में दो यादव समाज के कथावाचकों के साथ हुई बदसलूकी

गौरतलब है उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दादरपुर में गत 21 जून को भागवत कथा में कथावाचक के यादव समाज का निकलने के बाद हंगामा हो गया, जिसके बाद कथित रूप से कथावाचक को मारा-पीटा गया और चुटिया काटकर उसकी नाक एक महिला के पैरों में नाक रगड़वाई गई थी. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायर हुआ था.

यूपी की कथावाचक राधा यादव को भागवत कथा में बुलाया, फिर कैंसिल किया

रिपोर्ट के मुताबिक मौ नगर पंचायत क्षेत्र के बड़ेरा गांव में माता मंदिर में पुजारी द्वारा भागवत कथा का आयोजन कराया था, जिसमे यूपी की कथावाचक राधा यादव को बुलाया गया था. कथा का आयोजन 4 जुलाई से होना था, लेकिन कथित रूप से ब्राह्मणों द्वारा राधा यादव को बुलाने का विरोध किया, जिसके बाद मंदिर पुजारी ने एक ब्राह्णण कथावाचक को बुलाया.

Advertisement

ये भी पढ़ें-Ishika Bachao Campaign: बेटी इशिका की दुर्लभ बीमारी के इलाज में कंगाल हो गए मां-बाप, अब लगा रहे सरकार से गुहार

यादव कथावाचक राधा यादव की जगह ब्राह्मण समाज के कथावाचक को भागवत कथा के लिए बुलाने की घटना से नाराज होकर बहेड़ी गांव के यादव समाज ने गत 13 जुलाई को पंचायत बुलाया और फरमान सुनाया कि अब धार्मिक और सामाजिक कार्यों में पंडितों को नहीं आने देंगे.

ये भी पढ़ें-Shopkeeper Ate Customer Finger: नमकीन खरीदकर लौटाना ग्राहक को पड़ा महंगा, इतना नाराज हुआ दुकानदार कि चबा गया उसकी उंगली

Advertisement

फरमान में तय हुआ था कि ब्राह्मणों की जगह समाज के युवा कर्मकांड कराएंगे

फरमान में तय हुआ था कि ब्राह्मणों की जगह समाज के युवा कर्मकांड कराएंगे, लेकिन फरमान के दो दिन बाद गांव के एक यादव परिवार ने मां की त्रयोदशी कर्मकांड के लिए ब्राह्मणों को बुला लिया. जब समाज के लोगों को गांव में ब्राह्मणों के भोज का पता चला तो उन्होंने पीड़ित परिवार को बहिष्कार कर दिया.

समाज के कमल यादव ने पंचायत के फरमान को मानने से इनकार कर दिया

समाज से बहिष्कृत किए गए पीड़ित कमल यादव ने समाज के फैसले को मानने से इनकार कर दिया. पीड़ित का कहना है कि उनका परिवार पुरोहित से ही अंतिम संस्कार कराता आया है. पीड़ित ने कहा कि उसने अपनी मां की त्रयोदशी भोज की तैयारी पहले ही कर ली थी, उसे पंचायत के फैसले की जानकारी नहीं थी.

Advertisement
फरमान में तय हुआ था कि समाज के युवा कर्मकांड कराएंगे, लेकिन गांव के एक यादव परिवार ने मां की त्रयोदशी कर्मकांड के लिए ब्राह्मणों को बुला लिया. जब समाज के लोगों को गांव में ब्राह्मणों के भोज का पता चला तो उन्होंने पीड़ित परिवार को बहिष्कार कर दिया.

ये भी पढ़ें-Viral Video: ASI बोला, 12 लाख के चेक नहीं दिख रहे? घूस के 10 हजार दिख रहे हैं, तो घूमो...फौजी ने बना लिया वीडियो

गांव के ब्राह्मणों ने कथावाचक राधा यादव को भेंट देकर सम्मानित किया

ब्राह्मणों का कहना है कि दोषी मंदिर का पुजारी है, जिसने कथावाचक राधा यादव की जगह ब्राह्मण कथावाचक को भागवत कथा के लिए बुलाया. विवाद को सुलझाने के लिए आधा दर्जन से अधिक ब्राह्मण कथावाचक राधा यादव के घर गए और उन्हें श्रीफल, एक साड़ी और 11 हजार रुपए नकद देकर सम्मानित किया है. बताया जाता है मंदिर का पुजारी फरार है.

ये भी पढ़ें-Mr. Perfectionist: जमीन पर लौटे गर्दिश में रहे आमिर खान के सितारे, क्या गलतियों से सीख गए हैं मि.परफेक्शनिस्ट?