Order against Brahmins: उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक की चुटिया काटने का कांड का मामला अभी थमा भी नही था कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मौ नगर पंचायत क्षेत्र के बड़ेरा गांव के ग्रामीणों ने महिला कथावाचक का विरोध करने पर आक्रोशित होकर ब्राह्मणों से कोई भी धार्मिक और सामाजिक कर्मकांड नहीं कराने का फरमान सुना दिया है.
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यूपी के इटावा जिले में दो यादव समाज के कथावाचकों के साथ हुई बदसलूकी
गौरतलब है उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दादरपुर में गत 21 जून को भागवत कथा में कथावाचक के यादव समाज का निकलने के बाद हंगामा हो गया, जिसके बाद कथित रूप से कथावाचक को मारा-पीटा गया और चुटिया काटकर उसकी नाक एक महिला के पैरों में नाक रगड़वाई गई थी. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायर हुआ था.
यूपी की कथावाचक राधा यादव को भागवत कथा में बुलाया, फिर कैंसिल किया
रिपोर्ट के मुताबिक मौ नगर पंचायत क्षेत्र के बड़ेरा गांव में माता मंदिर में पुजारी द्वारा भागवत कथा का आयोजन कराया था, जिसमे यूपी की कथावाचक राधा यादव को बुलाया गया था. कथा का आयोजन 4 जुलाई से होना था, लेकिन कथित रूप से ब्राह्मणों द्वारा राधा यादव को बुलाने का विरोध किया, जिसके बाद मंदिर पुजारी ने एक ब्राह्णण कथावाचक को बुलाया.
फरमान में तय हुआ था कि ब्राह्मणों की जगह समाज के युवा कर्मकांड कराएंगे
फरमान में तय हुआ था कि ब्राह्मणों की जगह समाज के युवा कर्मकांड कराएंगे, लेकिन फरमान के दो दिन बाद गांव के एक यादव परिवार ने मां की त्रयोदशी कर्मकांड के लिए ब्राह्मणों को बुला लिया. जब समाज के लोगों को गांव में ब्राह्मणों के भोज का पता चला तो उन्होंने पीड़ित परिवार को बहिष्कार कर दिया.
समाज के कमल यादव ने पंचायत के फरमान को मानने से इनकार कर दिया
समाज से बहिष्कृत किए गए पीड़ित कमल यादव ने समाज के फैसले को मानने से इनकार कर दिया. पीड़ित का कहना है कि उनका परिवार पुरोहित से ही अंतिम संस्कार कराता आया है. पीड़ित ने कहा कि उसने अपनी मां की त्रयोदशी भोज की तैयारी पहले ही कर ली थी, उसे पंचायत के फैसले की जानकारी नहीं थी.
गांव के ब्राह्मणों ने कथावाचक राधा यादव को भेंट देकर सम्मानित किया
ब्राह्मणों का कहना है कि दोषी मंदिर का पुजारी है, जिसने कथावाचक राधा यादव की जगह ब्राह्मण कथावाचक को भागवत कथा के लिए बुलाया. विवाद को सुलझाने के लिए आधा दर्जन से अधिक ब्राह्मण कथावाचक राधा यादव के घर गए और उन्हें श्रीफल, एक साड़ी और 11 हजार रुपए नकद देकर सम्मानित किया है. बताया जाता है मंदिर का पुजारी फरार है.