Balrampur News: धान खरीदी केंद्र में मंडी अधिकारी कर रहे मनमानी, परेशान किसानों ने कलेक्टर से लगाई गुहार

दरअसल जिले के बहुचर्चित धान खरीदी केंद्र भंवरमाल का शुरू से हीं विवादों से गहरा नाता रहा है. धान खरीदी केंद्र भवरमाल अपने कारनामों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहता है. यहां पर फंड मुंशी से लेकर खरीदी प्रभारी तक दबंगई दिखाने में पीछे नहीं हटते, किसानों से मानक तोल से अधिक धान लेना और हर किसान से मोटी रकम वसूलना कोई नई बात नहीं है.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
मंडी अधिकारियों पर किसानों ने लगाए संगीन आरोप

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के बलरामपुर जिले (Balrampur District) के धान खरीदी केंद्र से मानक तौल से अधिक लेने और धान बेचने आए किसानों से अवैध उगाही करने का मामला सामने आया है. यहां के भवरमाल स्थित धान खरीदी से ये मामला सामने आया है. यहां के धान खरीदी प्रभारी एवं मंडी प्रबंधन पर ये आरोप लगा है कि किसानों ने मंडी प्रबंधक के मनमाने रवैये से परेशान होकर इस मामले की शिकायत कलेक्टर से की, जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर रामानुजगंज तहसीलदार और राजस्व टीम मौके पहुंची और निरीक्षण कर मामले की जांच में जुट गई.

इस धान केंद्र का शुरू से ही रहा है विवादों से नाता

दरअसल जिले के बहुचर्चित धान खरीदी केंद्र भवरमाल का शुरू से ही विवादों से गहरा नाता रहा है. धान खरीदी केंद्र भवरमाल अपने कारनामों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहता है. यहां पर फंड मुंशी से लेकर खरीदी प्रभारी तक दबंगई दिखाने में पीछे नहीं हटते, किसानों से मानक तौल से अधिक धान लेना और हर किसान से मोटी रकम वसूलना कोई नई बात नहीं है. इतना ही नहीं धान खरीदी क्लोजिंग करने के बावजूद भी कई सौ क्विंटल धान रजिस्टर में आसानी से दर्शा दिया जाता है. इसका खुलासा खुद नाके पर कार्यरत धान खरीदी केंद्र के सदस्य ने किया है. रजिस्टर में दर्ज होने के बाद भी वह धान खरीदी केंद्र तक पहुंचता भी नहीं है. इस बात से ही सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस धान खरीदी केंद्र में कितनी अनियमितता चल रही है.

Advertisement

ये भी पढ़ें Bijapur News: जंगल में घुसकर पुलिस ने 3 नक्सलियों को मार गिराया, हथियार व भारी मात्रा में मिला सामान

Advertisement

मंड़ी के अधिकारियों ने गोल मोल जवाब दिया

किसानों की शिकायत के बाद कलेक्टर बलरामपुर के निर्देश पर मामले में मौके पर जांच करने पहुंचे रामानुजगंज तहसीलदार और जिला स्तर के अधिकारियों ने काफी देर तक धान खरीदी से संबंधित दस्तावेजों की छानबीन की. यहां के अधिकारियों ने जांच अधिकारियों को गोल मोल जवाब दिया है जिससे साफ लग रहा है कि किसानों के लगाए आरोपों में दम है.

Advertisement

ये भी पढ़ें गणतंत्र दिवस 2024: कर्तव्य पथ पर 'अनंत सूत्र', टिकट्स की कीमत-झांकी, बीटिंग रीट्रीट तक जानिए सब कुछ

Topics mentioned in this article