तेजी से घटा नक्सली दायरा; सीएम यादव ने बताई वजह, बोले- इसलिए घट रही है 'खूंखारों' की संख्या

मध्य प्रदेश के बालाघाट में 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिसमें 4 महिला नक्सली भी शामिल हैं. सीएम मोहन यादव ने कहा कि सतत निगरानी, सघन जांच और Anti-Naxal Operation से नक्सली दायरा तेजी से घटा है. सरकार Naxalite Rehabilitation Policy के तहत पुनर्वास और विकास पर जोर दे रही है.

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Naxalite Surrender 2025: मध्य प्रदेश में नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में सरकार के प्रयास लगातार असर दिखा रहे हैं. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को बालाघाट में उस समय बड़ी उपलब्धि का ऐलान किया, जब 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया. इनमें 4 महिला नक्सली भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने उन्हें संविधान की प्रति सौंपकर भरोसा दिलाया कि सरकार पुनर्वास की हर जरूरी मदद देगी.

बड़ी संख्या में नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

बालाघाट में मुख्यमंत्री के सामने 10 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए. ये सभी लंबे समय से विभिन्न नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे थे. आत्मसमर्पण के दौरान उन्होंने अपने हथियार मुख्यमंत्री को सौंपे. इसी मौके पर उन्हें संविधान की प्रति देकर मुख्यधारा में नई शुरुआत का संदेश दिया गया.

सरकार का संकल्प- प्रदेश को नक्सल मुक्त बनाना

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा तय किए गए लक्ष्य के अनुसार मध्यप्रदेश को पूरी तरह नक्सल मुक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी हथियार उठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सरकार पुनर्वास की नीति के तहत नक्सलियों को सुरक्षित जीवन, विकास और समाज में सम्मानजनक जगह देने के लिए प्रतिबद्ध है.

एंटी नक्सल अभियान को किया गया मजबूत

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में एंटी नक्सल अभियान को लगातार सशक्त किया जा रहा है. इसके लिए 15 नए अस्थायी कैंप बनाए गए हैं और विशेष सहयोगी दस्ते के 882 पद भी स्वीकृत किए गए. उनकी मानें तो सतत निगरानी, कड़ी जांच और तेज कार्रवाइयों ने नक्सली दायरा तेजी से सीमित कर दिया है.

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पुनर्वास के लिए खोले गए सुविधा केंद्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पिछले साल 46 एकल सुविधा केंद्र खोले गए हैं. इन केंद्रों के माध्यम से लोगों को रोजगार, वन अधिकार पत्र और अन्य जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. सरकार चाहती है कि नक्सल प्रभावित लोग भी विकास की मुख्यधारा में लौटें और सुरक्षित जीवन जी सकें.

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शहीदों को नमन और बहादुर जवानों को सम्मान

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने शहीद आशीष शर्मा की वीरता को नमन किया. उन्होंने बताया कि कर्तव्य के मार्ग पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले 328 हॉक फोर्स और पुलिस अधिकारियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है, ताकि जवानों का मनोबल और अधिक बढ़े.

डीजीपी ने कहा- परिणाम साफ दिख रहे

डीजीपी कैलाश मकवाना ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एंटी नक्सल ऑपरेशन को नई मजबूती मिली है. नए कैंप, बढ़ा हुआ पुलिस बल और लगातार प्रोत्साहन के चलते मध्य प्रदेश ही नहीं, आसपास के राज्यों में भी आत्मसमर्पण की घटनाएं बढ़ी हैं. रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के प्रयासों से नक्सल प्रभावित युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने में तेजी आई है. 

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