फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर रविवार, 24 मार्च को बाबा महाकाल के आंगन में भगवान और भक्तों के बीच जमकर फूलों की होली (Holi) खेली गई. दरअसल, भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल (Baba Mahakal) के आंगन में सैकड़ों भक्तों ने 51 क्विंटल फूलों से होली खेली. वहीं शाम को संध्या आरती के बाद महाकाल प्रांगण में होलिका दहन के साथ पूरे देश में होली प्रारंभ हो जाएगी. बीते कई वर्षों से मंदिर में ये होली खेली जा रही है. आज सैकड़ों भक्तों ने भगवान के साथ होली खेल कर अपने आपको धन्य महसूस किया.
51 क्विंटल फूल से भक्तों ने खेली होली
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज रविवार को होने वाली भस्म आरती के दौरान फाग उत्सव की धूम देखने को मिली. भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल को गुलाल लगाया गया. महाराष्ट्र के नांदेड़ से आए भक्त केशव मालेवार ने बाबा के फाग उत्सव में 51 क्विंटल फूल अर्पित किए. भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल ने फूलों की होली खेलकर फाग उत्सव मनाया. नंदी हॉल में भी जमकर भक्तों ने एक दूसरे पर फूल बरसाए और फाग उत्सव का आनंद लिया.
भूत प्रेत के संग दोपहर में होगी होली
भस्म आरती के दौरान भक्तों के साथ होली खेलने की परंपरा के बाद आज दोपहर में शिप्रा तक स्थित महाकाल मंडपम में बाबा महाकाल और माता पार्वती अपने अन्य भक्त भूत प्रेत के साथ होली का पर्व मनाएंगे. कुछ समय से चल रही इस परंपरा का निर्वाहन महाकाल शयन आरती परिवार द्वारा किया जाएगा. इसी के बाद यहां पर भोज का भी आयोजन होगा.
ऐसे होगी पर्व की शुरुआत
आज संध्या आरती के बाद मंदिर परिसर में पुजारियों द्वारा मंत्रोचारण के साथ होलिका दहन किया जाएगा. इस दौरान बाबा महाकाल पर हर्बल गुलाल उड़ाकर जमकर होली खेली जाएगी. इस होली को देखने के लिए बड़ी संख्या में देश विदेश से कई भक्त आते हैं. बता दें कि महाकाल मंदिर में होली से एक दिन पहले होली का पर्व मनाने की परंपरा आदि अनादिकाल से चली आ रही.