Agar Malwa: राजसी ठाट-बाट से निकलेगी बाबा बैजनाथ की सवारी, कर्नल मार्टिन ने करवाया था मंदिर का जीर्णोद्धार

Agar Malwa Baba Baijnath Mahadev Sawari: आगर मालवा में बाबा बैजनाथ महादेव की सवारी पूरे शहर में निकाली जाती है. इस सवारी में एक लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होते हैं.

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Aagar Malwa Baijnarh Sawari: बाबा बैजनाथ महादेव की सवारी आगर मालवा शहर में भ्रमण के लिए निकलती है.

Baba Baijnath Mahadev Sawari in Agar Malwa: आगर मालवा जिला मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर बाबा बैजनाथ महादेव का मंदिर स्थित है. कहा जाता है कि इस मंदिर का जीर्णोद्धार एक अंग्रेज कर्नल मार्टिन ने करवाया था. परंपरा अनुसार,  साल में एक बार बाबा बैजनाथ महादेव की सवारी शहर में भ्रमण के लिए निकलती है. सवारी के लिए तैयारी में प्रशासन पिछले पंद्रह दिनों से लगा हुआ है. इस बार अनुमान है कि करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु इस सवारी में शामिल होंगे. सवारी में शामिल होने वाले करीब एक लाख लोगों के लिए भोजन प्रसाद बनाने का काम व्यापक स्तर पर हो रहा है.

बाबा बैजनाथ महादेव की सवारी में 150000 श्रद्धालु होंगे शामिल 

पुरानी कृषि उपज परिसर में करीब एक दर्जन से ज्यादाभट्टियां लगी हुई है. इन सभी भट्टियों पर अलग-अलग तरह की रसोई बनाने का काम जोरों शोरों से चल रहा है. लगभग डेढ़ सौ लोगों की टीम भोजन बनाने के काम में लगी हुई हैं. दर्जनों महिलाएं हरी मिर्च और धनिया की पत्ती काटने का काम कर रही है. बड़ी संख्या सब्जी में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की छंटाई और सफाई का काम करते हुए लोग नजर आ रहे हैं. यह बताना जरूरी है कि यह सब तैयारी बाबा बैजनाथ महादेव की प्रतिवर्ष अनुसार, निकलने वाली सवारी में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के भोजन को लेकर है. इतनी बड़ी व्यवस्था के लिए संसाधन और काफी संख्या में लोगों की जरूरत होती है.

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4 अगस्त को निकलेगी बैजनाथ महादेव की सवारी

बैजनाथ महादेव की सवारी सोमवार 4 अगस्त की दोपहर 1:00 बजे से शुरू होगी, जो रात्रि लगभग 12:00 बजे तक चलेगी. बैजनाथ महादेव मंदिर से शुरू होने वाली ये यात्रा पुरानी कृषि उपज मंडी परिसर में भोजन प्रसाद के साथ समाप्त होती है. बता दें कि श्रद्धालु को करीब 6 किलोमीटर लंबा यात्रा का रूट तय करने में लगभग 12 घंटे लग जाते हैं. 

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आगर मालवा में इन रूटों को किया जाएगा डायवर्ट

इस यात्रा में एक लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होते हैं. ऐसे में नेशनल हाईवे और अन्य मार्ग, जो शहर को अन्य शहरों को जोड़ता है, वहां ट्रैफिक व्यवस्था की जाएगी. बाहर से आने वाले वाहनों और श्रद्धालुओं को ट्रैफिक के चलते हैं कोई असुविधा न हो इसके लिए  रूट डायवर्ट किया गया है. शाही सवारी के दौरान सवारी मार्ग पर वाहन प्रवेश पर प्रतिबंधित किया है.

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शाही सवारी में व्यवस्था प्रबंधन को लेकर जिले के कलेक्टर राघवेंद्र सिंह और एसपी विनोद कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं. सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी.

एक लाख श्रद्धालुओं के लिए तैयार किया जाएगा प्रसाद 

मौके पर मौजूद प्रमुख हलवाई गोविंद उस्ताद ने एनडीटीवी से बातचीत में बताया कि इतने बड़े आयोजन के लिए बड़ी टीम लगती है. करीब एक लाख लोगों के लिए भोजन प्रसाद तैयार करना और उसे स्वादिष्ट बनाना है. कई सालों से हम यह काम करते आ रहे हैं. सवारी में आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद सात्विक रूप में मिले, यह हमारी कोशिश होती है. तीन दिन पहले से यह काम शुरू करना पड़ता है. भोजन प्रसाद बनाकर उसको संरक्षित करना भी हमारी जिम्मेदारी है, इसलिए हर चीज का ख्याल रखा गया है.

भक्त मंडल समिति के अध्यक्ष गिरिराज बांसिया ने बताया कि सवारी में एक लाख से अधिक  श्रद्धालु शामिल होंगे. ऐसे में प्रसाद में इस्तेमाल होने वाला सामान भी बहुत ज्यादा होता है. श्रद्धालुओं के लिए पूरी,  कद्दू की सब्जी,  नमकीन और मिठाई में नुक्ति तैयार की जा रही है. इसके लिए  पैंसठ  क्विंटल आटा, 70 क्विंटल कद्दू,  50 क्विंटल तेल,  20 क्विंटल बेसन  के अलावा हरी मिर्च और धनिया पत्ती और अन्य मसालों इस्तेमाल किया जाएगा.  मिठाई के लिए हम 25 क्विंटल शक्कर का इस्तेमाल कर रहे हैं.

दुल्हन की तरह सजाया जाएगा सवारी मार्ग 

पूरी व्यवस्था को संचालित करने में जुटे हुए नगर पालिका अध्यक्ष नीलेश पटेल ने एनडीटीवी को बताया कि यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है की बाबा बैजनाथ की सवारी हमारे शहर में निकलती है. इस सवारी के स्वागत सत्कार के लिए पूरा शहर तैयार है हम नगर पालिका के माध्यम से सवारी मार्ग को पूरी तरह से सुसज्जित बना रहे हैं. जगह-जगह रोशनी का इंतजाम किया गया है और जहां गड्ढे हैं तो सड़क को भी ठीक करवाया जा रहा है.  सवारी में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इस बात का ख्याल रखा गया है. लगभग डेढ़ लाख श्रद्धालुओं की सवारी में शामिल होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि पूरा शहर पलक पांवड़े बिछा कर इस सवारी का आनंद लेने के लिए तैयार हैं. व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के लिए नगर पालिका की पूरी टीम लगी हुई है, जो साफ सफाई के साथ-साथ लाइट और पेयजल की व्यवस्था देख रही है.

अशोक प्रजापत ने कहा कि जो पूरी व्यवस्था है इसमें किसी भी तरह का शासकीय खर्च नहीं किया जाता. सरकार से कोई फंड नहीं मिलता. इलाके के भक्त लोग बाबा बैजनाथ में अपनी आस्था से इस भोजन प्रसाद के लिए सहयोग करते हैं. अपनी मर्जी से वो सामग्री लाकर जमा करते हैं और नगद राशि भी देते हैं. भक्तों ने जो सामग्री जमा कराई या नगद राशि जमा की उसका पूरा हिसाब किताब रखा जाता है. जितने भी भक्त इस प्रसाद बनाने में सहयोग करते उनके घर पर प्रसाद के रूप में मिठाई भेजी जाती है.

पुरानी कृषि उपज मंडी परिसर में लगाया गया पंडाल

पुरानी कृषि उपज मंडी परिसर में पंडाल लगाया गया है जिसमें अलग-अलग गाले बनाकर एक लाख श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई है. व्यवस्था में जुटे राजू गवली ने कहा कि इतने सारे लोगों को एक साथ भोजन करना एक बड़ी चुनौती होती है, इसके लिए हमने अलग-अलग गांव से टोलियां बुलाई है, जो अलग-अलग ग्रुप में अलग-अलग व्यवस्थाएं संभालेगी. भोजन प्रसाद में लगने वाले वॉलिंटियर्स के लिए कार्ड जारी किए हैं, ताकि किसी तरह की अव्यवस्था ना हो. महिलाओं के लिए अलग व्यवस्था की गई है.

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