Ayushman Yojna के तहत इलाज करने वाले अस्पतालों पर सरकार की घेराबंदी, औचक निरीक्षण के लिए ग्वालियर पहुंची दिल्ली-भोपाल की टीमें

Ayushman Bharat Yojana Fraud: सरकार ने प्रदेश के 8 अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी है, जिसमें ग्वालियर के सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल, भोपाल का मेट्रो सिटी अस्पताल, साईं अस्पताल भगवती नर्सिंग होम, सूर्यांश मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल, एमडीसी अस्पताल, प्रभु प्रेम नेत्रालय अस्पताल और सीहोर के सानिया अस्पताल शामिल है. 

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Ayushman Yojna: मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में बड़ा घोटाला हुआ है, जिसके चलते राज्य के 8 अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी गई है, जिसमें ग्वालियर के सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल शामिल हैं. इस घोटाले के सामने आने के बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. दरअसल, ब्लैकलिस्टेड करने के बाद अब दिल्ली और भोपाल से अफसरों और विशेषज्ञ सदस्यों की टीम औचक निरीक्षण के लिए ग्वालियर पहुंची है. इस कार्रवाई से अस्पतालों में हड़कंप मच गया है. 

अस्पताल को ब्लैकलिस्टेड के बाद सरकार की बड़ी कार्रवाई

सरकार ने प्रदेश के 8 अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी है, जिसमें भोपाल का मेट्रो सिटी अस्पताल, साईं अस्पताल भगवती नर्सिंग होम, सूर्यांश मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल, एमडीसी अस्पताल, प्रभु प्रेम नेत्रालय अस्पताल और ग्वालियर के सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल, सीहोर के सानिया अस्पताल शामिल है. 

औचक निरीक्षण के लिए ग्वालियर पहुंची विशेषज्ञ सदस्यों की टीम

दिल्ली और भोपाल से अफसरों और विशेषज्ञ सदस्यों की टीम औचक निरीक्षण के लिए ग्वालियर पहुंची है. यह उच्च स्तरीय टीम अपने साथ उन अस्पतालों की लिस्ट लेकर आयी हैं, जिसमें आयुष्मान योजना के तहत इलाज होता है. टीम इन हॉस्पिटल में चिकित्सा सुविधाओं का मौके पर परीक्षण भी कर रही है. इस कार्रवाई से अस्पतालों में हड़कंप मच गया है. 

ग्वालियर के सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल को किया गया ब्लैकलिस्टेड

बता दें कि दो दिन पहले आयुष्मान योजना में घोटाला करने, जरूरत न होने पर मरीजों को जबरन अस्पताल के आईंसीयू में भर्ती करने के नाम पर पैसे ऐंठने के आरोप में ग्वालियर के सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल को ब्लैकलिस्टेड किया गया था. जांच कमेटी ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ये अस्पताल आईसीयू में मरीजों को जबरन भर्ती करके योजना का गलत फायदा उठा रहे थे. साथ ही अन्य अनियमितताएं भी पाई गईं थी.

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