Ashish Sharma Martyr: मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने सबसे बहादुर अधिकारियों में शामिल निरीक्षक आशीष शर्मा को खो दिया. एमपी पुलिस की हॉक फोर्स में तैनात निरीक्षक आशीष शर्मा 19 नवंबर 2025 की सुबह नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए. नक्सल ऑपरेशन के दौरान आशीष शर्मा द्वारा किए गए एनकाउंटर बेहतरीन पुलिसिंग के मॉडल बन गए और उनकी पढ़ाई आज भी मध्य प्रदेश पुलिस के डीएसपी स्तर के अधिकारी करते हैं.
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NDTV से बातचीत में मध्य प्रदेश पुलिस के चर्चित डीएसपी संतोष पटेल ने आशीष शर्मा से जुड़ी कई बातें साझा कीं. मध्य प्रदेश के बालाघाट में हॉक फोर्स में ही तैनात डीएसपी पटेल बोले कि आशीष शर्मा की शहादत को कभी नहीं भूल पाऊंगा.
डीएसपी संतोष पटेल के अनुसार, आशीष शर्मा किसी पुलिस चौकी के प्रभारी थे. बुधवार सुबह मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़–महाराष्ट्र की सीमा पर छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के बोरतालाब थाना क्षेत्र स्थित कौहापानी के पास जंगल में स्पेशल नक्सल-विरोधी हॉक फोर्स (Hawk Force) ने ऑपरेशन चलाया था. इसी दौरान चार गोलियां लगने से आशीष शर्मा शहीद हो गए.
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Ashish Sharma Shaheed: दो बार मिला गैलेंट्री अवॉर्ड
डीएसपी संतोष पटेल ने सोशल मीडिया पर लिखा-''हम आशीष शर्मा जी के साथ ऑपरेशन में गए हैं और वीरता के लिए इन्हें जो दो बार गैलेंट्री मेडल मिला, उसके एनकाउंटर को मॉडल के रूप में पढ़ाया जाता है. बड़े अधिकारियों से अच्छे रिश्ते होने के बाद भी पुलिस वाला सीधे मुंह बात नहीं करता, लेकिन इनका व्यवहार और कार्य दोनों उत्कृष्ट रहे. नमन.''
Ashish Sharma Shaheed
आशीष शर्मा मध्य प्रदेश के बहादुर पुलिस अफसर थे. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिन ऑपरेशनों को डीएसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा लीड किया जाना चाहिए था, उनकी जिम्मेदारी आशीष शर्मा को एसआई रहते ही मिल गई थी. वह लगभग 20 सदस्यीय टीम को लीड करते थे.
Ashish Sharma Encounter: आशीष शर्मा की टीम ने गिराए 4 नक्सली
डीएसपी संतोष पटेल ने बताया कि फरवरी 2025 में बालाघाट के रौंदा जंगल में एक ऑपरेशन के दौरान आशीष शर्मा और उनकी टीम ने चार नक्सलियों को ढेर किया था. इससे पहले भी उनकी टीम तीन नक्सलियों को मार चुकी थी.
Ashish Sharma Martyr
हॉक फोर्स में शामिल 21 डीएसपी को प्रशिक्षण के दौरान आशीष शर्मा द्वारा किए गए नक्सली एनकाउंटर मॉडल केस की तरह पढ़ाए गए. साथ ही, एनकाउंटर साइट का विजिट भी करवाया गया. पांच किलोमीटर जंगल में पैदल चलकर एनकाउंटर साइट तक पहुंचे थे.
Ashish Sharma Shaheed
ऑपरेशन में हमेशा आगे रहते थे आशीष शर्मा
प्रशिक्षण के दौरान डीएसपी रैंक के अधिकारियों को बताया जाता था कि किस तरह आशीष शर्मा घने जंगलों में पांच-पांच दिन तक भूखे रहकर भी नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखते थे और किस तरह वह अपनी टीम को सुरक्षित तरीके से नेतृत्व देते थे.
जनवरी में होने वाली थी शादी
शहीद आशीष शर्मा मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के बोहानी गांव के निवासी थे. उनकी उम्र 31 साल 9 महीने थी. जनवरी 2026 में उनकी शादी होने वाली थी. अब 20 नवंबर 2025 को उनके गांव बोहानी में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. शहादत की खबर से गांव में शोक की लहर है.