Ashish Sharma Shaheed Madhya Pradesh: शहीद आशीष शर्मा की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई. गुरुवार शाम को पैतृक गांव बोहानी, जिला नरसिंहपुर में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया. मध्य प्रदेश सरकार ने शहीद के छोटे भाई को सरकारी नौकरी, परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता और गांव में शहीद के नाम पर पार्क और स्टेडियम बनाने की घोषणा की है.
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Ashish Sharma Shaheed Madhya Pradesh
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शहीद की चिता को उनके छोटे भाई अंकित ने मुखाग्नि दी. शहीद की अर्थी को मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी कंधा दिया. मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि शहीद आशीष शर्मा के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि दी जाएगी. सरकारी नौकरी के नियमों में ढील देकर शहीद के छोटे भाई को मध्य प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर नियुक्ति दी जाएगी. गांव बोहानी में बनने वाले पार्क और स्टेडियम का नाम शहीद आशीष शर्मा के नाम पर रखा जाएगा.

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मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के बोहानी गांव के रहने वाले शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनके पिता देवेंद्र शर्मा किसान हैं और मां का नाम शर्मिला शर्मा है. आशीष दो बेटों में बड़े थे और उनके छोटे भाई ने भी भोपाल में रहकर मध्य प्रदेश पुलिस में भर्ती होने का सपना संजोया है.
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आशीष शर्मा मध्य प्रदेश पुलिस की एंटी नक्सल हॉक फोर्स में इंस्पेक्टर के रूप में तैनात थे. बीते बुधवार को उनकी टीम ने मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित राजनांदगांव जिले के बोरतालाब थाना क्षेत्र के कौहापानी जंगल में नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया था. कार्रवाई के दौरान हुई मुठभेड़ में उन्हें चार गोलियां लगीं. गंभीर स्थिति में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उन्होंने अंतिम सांस ली और मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की.

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अपने करियर में आशीष शर्मा ने कई सफल नक्सली अभियानों का नेतृत्व किया और मध्य प्रदेश पुलिस के सबसे बहादुर और रणनीतिक अफसरों में शुमार हो गए. फरवरी 2025 में बालाघाट जिले के रौंदा जंगल में किए गए एक अभियान में उन्होंने और उनकी टीम ने चार नक्सलियों को ढेर किया था. यह ऑपरेशन इतना महत्वपूर्ण था कि इसे अब पुलिस प्रशिक्षण के दौरान ट्रेनी DSP की केस स्टडी के रूप में पढ़ाया जाता है और उन्हें घटनास्थल का निरीक्षण भी करवाया जाता है.
सम्मान और उपलब्धियां
- वर्ष 2016 में आशीष शर्मा ने मध्य प्रदेश पुलिस जॉइन की थी.
- उनकी वीरता के चलते उन्हें दो बार Gallantry Medal से सम्मानित किया गया.
- फरवरी 2018 में उन्होंने हॉक फोर्स ज्वाइन की और नक्सल विरोधी अभियानों का हिस्सा बने.
उनके महत्वपूर्ण ऑपरेशनों में
- 18 दिसंबर 2022: हर्राटोल मुठभेड़ में 14 लाख के इनामी नक्सली गोडी को मार गिराया.
- 22 अप्रैल 2023: कवला एनकाउंटर में 28 लाख की इनामी ACM सुनीता और सरिता को ढेर किया.
- उनकी वीरता को सलाम करते हुए 21 फरवरी 2023 को उन्हें उपनिरीक्षक से निरीक्षक पद पर Out-of-Turn Promotion दिया गया था.