फाइलों में अटक गई अनाथ बच्चों की सहायता राशि, ऐसे में कैसे होगा इनका भरणपोषण

MP Government Sponsorship Scheme: मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान अनाथ बच्चों के लिए एक स्पॉन्सरशिप योजना शुरू की थी, लेकिन बुरहानपुर के 216 बच्चों के खाते में कई माह से सहायता राशि खाते में नहीं आई. 

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फाइलों में अटक गई अनाथ बच्चों की सहायता राशि, ऐसे में कैसे होगा इनका भरणपोषण.

MP News In Hindi: मध्य प्रदेश में महिला और बाल विकास विभाग द्वारा संचालित स्पॉन्सरशिप योजना के तहत बुरहानपुर के 216 बच्चों को हर महीने आर्थिक सहायता मिलती थी, लेकिन दिसंबर 2023 के बाद से इन बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इस स्थिति ने बच्चों के सामने संकट खड़ा कर दिया. जिला पंचायत सीईओ श्रष्टि देशमुख ने कहा की मैंने जानकारी ली है, शासन से हमे राशि प्राप्त नहीं हुई है, जिसके कारण बच्चो को किश्त नहीं दे पा रहे है, इस संबंध में शासन से ही अपेक्षित है मार्गदर्शन.

इनते माह बीतेने के बाद भी नहीं पहुंची राशि

योजना की किश्त सरकार द्वारा दिसंबर 2023 के बाद से भेजना डालना बंद कर दिया है, जिससे बच्चों के खातों में ये किश्त 9 माह से बच्चों के खातों में नहीं पहुंच रही है. यह स्थिति उन बच्चों के लिए चिंता का विषय है, जो इस वित्तीय सहायता पर निर्भर थे. योजना के बंद होने से उनके पोषण, शिक्षा और अन्य आवश्यकताओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. अधिकारियों का कहना है कि शासन से जल्द ही कोई समाधान निकलने की उम्मीद है. ताकि बच्चों को फिर से सहायता मिल सके.

कोरोना महामारी के दौरान लागू हुई थी ये योजना

 दरअसल मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान अनाथ बच्चों के लिए एक स्पॉन्सरशिप योजना शुरू की थी, जिसके तहत हर माह 4,000 रुपये अनाथ बच्चों के खातों में डाले जाते थे, जिससे जरूरतमंद बच्चों को इसका अच्छा खासा लाभ मिलता था. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करना था, ताकि वे बेहतर जीवन यापन कर सकें अब इस योजना बंद होने से बच्चों में नाराजगी देखने को मिल रही है. क्योंकि यह सहायता उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थी.

स्पॉन्सरशिप योजना क्या है?

आप सभी लोगों को बता दें की हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार की ओर से पूरे मध्यप्रदेश के नागरिकों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना को लाया गया था. इस योजना के अंतर्गत जो भी बच्चे अनाथ हैं, जिनके माता-पिता नहीं है भरण पोषण सही से नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें स्पॉन्सरशिप योजना के तहत प्रत्येक महीने ₹4000 की राशि प्रदान की जा रही थी. इस योजना के तहत केवल 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ही लाभ दिया जा रहा था.

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अर्चना चिटनीस ने रखा सरकार का पक्ष

वहीं, इस पूरे मामले पर विपक्ष की दल कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस के प्रवक्ता हेमंत पाटिल ने कहा कि सरकार सिर्फ दिखावा करती है. दिसंबर माह से बेसहारा अनाथ बच्चों के खातों में राशि नहीं डाली गई है. वहीं, बुरहानपुर की विधायक अर्चना चिटनीस ने कहा कि वह अभी कायम है. अगर उसमें किसी प्रकार की रुकावट आई है, तो उसे रुकावट को दूर करेंगे.

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