
ग्वालियर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर चल रहा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर के सम्मान को लेकर शहर में दो गुट आमने-सामने हैं. एक पक्ष जहां हाई कोर्ट परिसर में अंबेडकर की मूर्ति लगाने की मांग कर रहा है, वहीं दूसरा पक्ष, जिसकी अगुवाई हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अनिल मिश्रा कर रहे हैं, मूर्ति लगाने का लगातार विरोध कर रहा है.
इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को मामला और गरम हो गया, जब अंबेडकर समर्थक बड़ी संख्या में ग्वालियर पुलिस अधीक्षक (SP) कार्यालय पहुंचे. कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष सतेंद्र नागर के नेतृत्व में दलित समाज के लोगों ने ज्ञापन सौंपा और एडवोकेट अनिल मिश्रा व उनके समर्थकों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. समर्थकों का आरोप है कि मिश्रा और उनके गुट द्वारा बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं, जो समाज के सम्मान को ठेस पहुँचाती हैं.
इस पूरे विवाद को लेकर प्रशासन भी सतर्क हो गया है. एडिशनल एसपी जयराज कुबेर ने बताया कि सोशल मीडिया पर एडवोकेट अनिल मिश्रा के कथित बयान वायरल होने के बाद उन्हें 24 घंटे के भीतर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
फिलहाल ग्वालियर में यह मुद्दा सियासी रंग भी पकड़ता जा रहा है. एक तरफ अंबेडकर समर्थक मूर्ति स्थापना की मांग पर अडिग हैं, वहीं विरोधी पक्ष इसे अनुचित बता रहा है. आने वाले दिनों में यह विवाद और तेज हो सकता है.
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