Agar Malwa to Ujjain Rail Line: आगर मालवा के निवासियों के लिए नए साल की शुरुआत एक बड़ी खुशखबरी के साथ हुई है. दरअसल, उज्जैन-झालावाड़ रेल लाइन योजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. 26,297 करोड़ रुपये की इस योजना के अनुमोदन से क्षेत्र में विकास की नई उम्मीदें जगी है.
लंबे संघर्ष के बाद मिली सफलता
साल 1975 से पहले आगर मालवा से उज्जैन के बीच नैरो गेज लाइन की रेल सेवा थी, जिसे आपातकाल के दौरान बंद कर दिया गया. ग्वालियर स्टेट द्वारा संचालित यह रेल सेवा क्षेत्र के लिए जीवन रेखा मानी जाती थी. इसके बंद होने के बाद से रहवासी अलग-अलग माध्यमों से रेल सेवा की बहाली के लिए संघर्ष करते रहे थे.
लोगों में नई उम्मीदें जगीं
रेल लाइन योजना की मंजूरी की खबर सुनकर आगर मालवा के नागरिकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है. इसके साथ ही पुराने खंडहर हो चुके रेलवे स्टेशनों के फिर से आबाद होने की संभावनाएं बढ़ गई है. इस परियोजना के तहत यातायात सुविधाओं का विकास, रोजगार के अवसर और औद्योगीकरण को प्रोत्साहन मिलने की संभावना जताई जा रही है.
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद
क्षेत्रवासियों ने इस योजना को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है. दरअसल, मुख्यमंत्री यादव ने हाल ही में सुसनेर के दौरे के दौरान जिले को इस बड़ी सौगात का वादा किया था.
सांसद अनिल फिरोजिया की रही अहम भूमिका
उज्जैन लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया लंबे समय से इस रेल लाइन परियोजना के लिए सक्रिय रूप से आवाज उठा रहे थे. उनकी सतत कोशिशों का परिणाम अब सामने आ गया है.
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आर्थिक और सामाजिक विकास की ओर कदम
नए साल की इस सौगात ने आगर मालवा के विकास का एक नया अध्याय खोल दिया है. अब सभी की निगाहें इस परियोजना को जमीन पर उतरते देखने पर टिकी हैं. इस रेल लाइन परियोजना के पूरा होने से से न केवल यातायात की सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि रोजगार और आर्थिक विकास के नए रास्ते भी खुलेंगे. यह योजना क्षेत्र के औद्योगिक विकास को भी गति प्रदान करेगी.
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