Kaimor ACC Higher Secondary School: कटनी जिले में मौजूद ACC हायर सेकेंडरी स्कूल, कैमोर ने शुक्रवार यानी 29 दिसंबर को बेमिसाल उपलब्धियों के साथ अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर लिए. इस मौके पर आयोजित शताब्दी समारोह में अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ प्रीति अदाणी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. इस दौरान दिन भर चले भव्य कार्यक्रम में स्कूल की इस लंबी यात्रा को दर्शाने वाली एक एक डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग तो की ही गई साथ ही साथ कई पूव छात्रों को भी सम्मानित किया गया. इस मौके पर डॉ प्रीति अदाणी ने स्कूल के इतिहास से संबंधित एक संग्रहालय का उद्घाटन किया. जिसमें 100 वर्ष पूर्व का हाजिरी रजिस्टर,अधिकारी निरीक्षण टीप रजिस्टर और 100 वर्ष पूर्व के डेस्क बेंच ,उपकरण एवं फोटो शामिल है. डॉ अदाणी ने इसी दौरान स्कूल परिसर में वृक्षारोपण किया और स्कूल पत्रिका का विमोचन भी किया.
शिक्षा समाजिक प्रगति की नींव है: डॉ प्रीति
इस मौके पर डॉ प्रीति अदाणी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा- शिक्षा सामाजिक प्रगति की नींव है, और एसीसी हायर सेकेंडरी स्कूल की सदियों पुरानी विरासत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रतीक है. चूंकि स्कूल शैक्षिक उत्कृष्टता का एक मील का पत्थर है, हम समर्पित शिक्षकों और निपुण पूर्व छात्रों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं. अदाणी फाउंडेशन इस महत्वपूर्ण अवसर का साक्षी बनकर गौरवान्वित है. हम स्कूल की समृद्ध विरासत में योगदान देने के लिए तत्पर हैं.
कई दिग्गज पूर्व छात्रों का सम्मान
अपने 100 सालों के सफर में स्कूल से निकले 18 हजार से ज्यादा छात्रों ने देशभर में नाम रौशन किया है. जिसमें से कई पूर्व छात्र शताब्दी समारोह में शामिल हुई. इन छात्रों का डॉ प्रीति अदाणी ने सम्मान करने के साथ-साथ स्मृति चिन्ह भी भेंट किया.
इसके अलावा साल 2015 में 10 वीं कक्षा में पूरे राज्य में मेरिट लिस्ट में पहला स्थान प्राप्त करने वाले शिवम दुबे को भी सम्मानित किया गया. यहां यह जानना भी दिलचस्प है कि वैज्ञानिक मेघा भट्ट भारत के प्रतिष्ठित अंतरिक्ष मिशन चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 में शामिल रही हैं. सम्मान समारोह से पहले चेयरपर्सन डॉ अदाणी ने इसी स्कूल के पूर्व छात्र महेश श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. महेश श्रीवास्तव सबसे कम उम्र (10 वर्ष) के स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं.
विज्ञान मेले का निरीक्षण
कार्यक्रम के दौरान डॉ प्रीति अदाणी ने स्कूल के बच्चों द्वारा बनाए गए विज्ञान के अलग-अलग मॉडल्स को देखा. उन्होंने इसके बारे में विस्तार से जानकारी भी ली. डॉ प्रीति ने अंतरिक्ष विज्ञान और पर्यावरण से संबंधित प्रदर्शनी में गहरी रुचि दिखाई. उन्होंने सभी बच्चों से चर्चा करते हुए उनका प्रोत्साहन किया. इस दौरान स्कूल के प्रिंसिपल सुधांशु मिश्रा ने कहा कि आजादी के पहले शुरु हुई इस शिक्षा क्रांति का नेतृत्व करने लिए अदाणी फाउंडेशन के प्रति हम अपना आभार व्यक्त करते हैं. अब, हम सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार हैं.
1923 में हुई स्कूल की शुरुआत
बता दें कि ACC हायर सेकेंडरी स्कूल की यात्रा 1923 में गौरी शंकर पांडे के नेतृत्व में केवल दो कक्षाओं के साथ शुरू हुई, जिन्होंने 1943 तक इसके पहले प्रिंसिपल के तौर पर काम किया. जिसकी बाद उनकी विरासत को कई नामचीन लोगों ने आगे बढ़ा. यहां साल 2010 में उच्च माध्यमिक छात्रों के लिए प्रयोगशाला, एक पुस्तकालय, चार कक्षाओं और शौचालयों सहित दूसरी सुविधाओं का निर्माण हुआ. राज्य की मेरिट सूची में छात्रों की उल्लेखनीय उपलब्धियों ने शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति स्कूल की प्रतिबद्धता को उजागर किया. 2017 में प्रिंसिपल की भूमिका संभालने वाले सुधांशु मिश्रा के नेतृत्व में स्कूल लगातार आगे बढ़ रहा है.
कई क्षेत्रों में काम कर रहा है अदाणी फाउंडेशन
अदाणी फाउंडेशन,अदाणी समूह की सामुदायिक सहायता और समाज में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयासरत संस्थान है. साल 1996 से ही फाउंडेशन ने शिक्षा,स्वास्थ्य,स्थायी आजीविका,कौशल विकास और सामुदायिक बुनियादी ढांचे सहित कई क्षेत्रों में काम किया है. फाउंडेशन की ओर से वर्तमान में 19 राज्यों के 5,753 गांवों में काम किया जा रहा है. जिससे करीब 73 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिल रहा है.