Controversy Over Rahul Gandhi's Article: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार राहुल गांधी अपने हालिया छपे एक लेख को लेकर निशाने हैं. आर्टिकल को लेकर देश के राज परिवारों में गुस्से में हैं और उनकी प्रतिक्रियाओं से सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर बाढ़ सी आ गई है.
राहुल गांधी के आर्टिकल पर प्रतिक्रिया करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक्स पर लिखा, नफरत बेचने वालों को भारतीय गौरव और इतिहास पर व्याख्यान देने का कोई अधिकार नहीं है. भारत की समृद्ध विरासत के बारे में राहुल की अज्ञानता और उनकी औपनिवेशिक मानसिकता ने सभी हदें पार कर दी हैं.
'आप आत्मनिर्भर भारत के चैंपियन नहीं हैं, केवल एक पुराने अधिकार के उत्पाद हैं'
राहुल गांधी लगभग लताड़ते हुए सिंधिया ने कहा, स्वयं के विशेषाधिकारों के बारे में आपकी चुनिंदा भूल उन लोगों के लिए अन्याय है, जो वास्तव में प्रतिकूल परिस्थितियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं उन्होंने कहा, आपकी असहमति केवल कांग्रेस के एजेंडे को और उजागर करती है, आप आत्मनिर्भर भारत के चैंपियन नहीं हैं, केवल एक पुराने अधिकार के उत्पाद हैं.
'भारत के इतिहास का सम्मान करें, उसके लिए बोलने का दिखावा न करें'
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, भारत की विरासत 'गांधी' शीर्षक से शुरू या समाप्त नहीं होती है. केवल पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही हमारे असली योद्धाओं की कहानियों का जश्न मनाया जा रहा है. सिंधिया ने आगे कहा, भारत के इतिहास का सम्मान करें, या उसके लिए बोलने का दिखावा न करें.
विक्रमादित्य सिंह बोले, लेख राहुल गांधी की इतिहास की सतही समझ को दर्शाता है
उधर, भारत के राज परिवारों में शुमार होने वाले विक्रमादित्य ने भी राहुल गांधी को टारगेट करते हुए एक्स पर लिखा, उनका यह लेख राहुल गांधी की इतिहास की सतही समझ को दर्शाता है. महाराजाओं के योगदान और भूमिका को ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रति केवल "प्रशंसक" तक सीमित नहीं किया जा सकता है.
राहुल गांधी को विक्रमादित्य सिंह ने याद दिलाया राज परिवारों के योगदान
विक्रमादित्य सिंह ने उदाहरण देते हुए लिखा, महाराजा गुलाब सिंह ने एक पैदल सैनिक के रूप में शुरुआत की और अपनी सेना का नेतृत्व किया. उन्होंने अंततः भारत को जम्मू, कश्मीर और लद्दाख राज्य का उपहार देने के लिए अपने खून और जीवन का बलिदान दिया. जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह 1930 में ब्रिटिश राजधानी लंदन में गोलमेज सम्मेलन में स्वतंत्र भारत की मांग को उठाने वाले पहले व्यक्ति थे.
राजस्थान डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने भी राहुल गांधी को सुनाई खरी-खोटी
वहीं, राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने प्रतिक्रिया करते हुए एक्स पर लिखा. मैं आज एक संपादकीय में भारत के पूर्व शाही परिवारों को बदनाम करने के राहुल गांधी के प्रयास की कड़ी निंदा करती हूं. एकीकृत भारत का सपना भारत के पूर्व राजपरिवारों के सर्वोच्च बलिदान के कारण संभव हो सका है, ऐसे ऐतिहासिक तथ्यों की आधी-अधूरी व्याख्या के आधार पर लगाए गए निराधार आरोप पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं.
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