बेतवा घाट पर महिलाओं का उमड़ा जनसैलाब, हजारों ने लगाई आस्था की डुबकी

Madhya Pradesh: विदिशा भारत के मुख्य प्राचीन नगरों में एक है. यह जिला विदिशा हिंदू तथा जैन धर्म के समृद्ध गढ़ के रूप में जाना जाता है. आज धार्मिक नगरी विदिशा में बेतबा घाट पर महिलाओं का जनसैलाब उमड़ा.

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(बेतवा घाट पर महिलाओं ने लगाई आस्था की डुबकी)

Madhya Pradesh: विदिशा भारत के मुख्य प्राचीन नगरों में एक है. यह जिला विदिशा हिंदू तथा जैन धर्म के समृद्ध गढ़ के रूप में जाना जाता है. आज धार्मिक नगरी विदिशा में बेतबा घाट पर महिलाओं का जनसैलाब उमड़ा. बेतबा घाट के तट पर महिलाओं ने आस्था की डुबकी लगाई. विदिशा के बेतबा घाट पर हजारों महिलाओं ने डुबकी लगाकर स्नान किया है. बताया जाता है कि यह परंपरा ऋषि पंचमी से जुड़ी हुई है. बड़ी तादाद में आ रही महिलाओं के स्नान ध्यान के दौरान सुरक्षा के लिए मौके पर NDRF के जवान भी तैनात रहे. 

बेतवा घाट पर महिलाओं ने किया स्नान 

मालूम हो कि ऋषि पंचमी के मौके पर यहां दूर दराज से महिलाएं ,युवतियां स्नान में शामिल होने आती हैं. बेतवा घाट पर आज के दिन विशाल पूजा का आयोजन भी किया जाता है. कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन की तरफ से बेतवा घाट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. बेतवा नदी के बाड़ वाले घाट सहित अन्य घाटों पर महिलाओं ने पहुंचकर स्नान किया और पूजा अर्चना की. हिंदू धर्म और पंचांग के अनुसार इन दिनों व्रत पूजन का विशेष महत्व बताया गया है.

जानिए क्या है मान्यता ? 

मान्यता है कि भगवान गणेश की स्थापना की चतुर्थी के ठीक बाद पंचमी पर ऋषि पंचमी के रूप में व्रत पूजन आदि किया जाता है. यह व्रत मुख्य रूप से महिलाओं और युवतियों के लिए विधान किया गया है. यहां मौजूद पुजारी ने बताया कि ऋषि पंचमी का महत्व महिलाओं और युवतियों के साथ जुड़ा हुआ है. जिन महिलाओं और युवतियों से मासिक धर्म के दौरान पांच दिनों में किसी प्रकार की चाहे-अनचाहे गलती होती है उन गलतियों की क्षमा के लिए यह व्रत किया जाता है.

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